मक्का मदीना की जियारत अल्लाह की खुशनुदी: सैयद निहाल अहमद


रांची में स्काईनेट एंड अल इलहान टूर एंड ट्रेवल्स द्वारा सफ़र उमरा पर जायरीन रवाना
रांची: हरम की जियारत हर मुसलमान की दिली ख्वाहिश होती है। हर मोमिन की इच्छा होती है कि उनके जीवन में हरमैन की तीर्थयात्रा का सौभाग्य प्राप्त हो। उपरोक्त बातें अल इलहान टूर एंड ट्रेवल्स के निदेशक सैयद निहाल अहमद ने कहीं। वे आज स्काईनेट टूर एंड ट्रैवेल्स और अल इलहान टूर एंड ट्रैवेल्स द्वारा उमरा पर 48 जायरीन को रवाना करने के बाद अंजुमन प्लाजा मेन रोड रांची स्थित अल इलहान टूर एंड ट्रैवल्स के कार्यालय में पत्रकारों से बात कर रहे थे। उन्होंने कहा कि कुरान व हदीस की तालीम के अनुसार एक उमरा के बाद दूसरा उमरा बीच के गुनाहों का प्रायश्चित है। इसी तरह हज करने के बाद इंसान ऐसे लौटता है जैसे मां की कोख से पैदा हुआ हो। अर्थात उसका गुनाह मिट जाता है। सैयद निहाल अहमद ने कहा कि अगला जत्था 10 फरवरी को जाएगा। जिसमें 75 जायरीन रांची एयरपोर्ट से रवाना होंगे।

वहीं स्काईनेट टूर एंड ट्रैवल्स, जमशेदपुर के निदेशक नैयर इकबाल सिद्दीकी ने कहा कि हज इस्लाम का एक महत्वपूर्ण हिस्सा है। और कुरान हदीस में इसकी बहुत खूबियां है। स्काईनेट टूर एंड ट्रैवेल्स पिछले पच्चीस वर्षों से अपनी सेवाएं प्रदान कर रहा है। क्योंकि यह विद्वानों और उलेमा की निगरानी में रहता है। अंजुमन प्लाजा मेन रोड स्थित रांची कार्यालय हर छोटी छोटी बातों का ख्याल रखता है। अल इलहान टूर ट्रेवल्स के औरंगजेब खान और अकीलुर्रहमान ने कहा कि यह सेवा भी है और इबादत भी। लोग जाने से पहले सोचते हैं कि यह मुश्किल है, सच तो यह है कि जब इंसान जाने का इरादा कर लेता है तो सारी रुकावट दूर हो जाती है। हमारा वादा कम खर्च पर बेहतर सुविधाओं के साथ उमरा कराने का।

