एक बैनर के नीचे देवबंदी, बरैल्वी, अहले हदीस, जमात इस्लामी, सभी ने कहा कलमा की बुनियाद पर एकजुट होने का समय
सिमरिया में तंजीम इत्तेहाद उलमा की एक अहम बैठक
चतरा जिले के सिमरिया प्रखंड स्थित जामिया मजाहिरुल इस्लाम में उलमा-ए-केराम हुफ्फाज-ए-केराम अइम्मा-ए-मसाजिद मकातिब व मदारिस और बुद्धिजीवियों की तंजीम इत्तेहाद उलमा जिला चतरा के बैनर तले एक अहम मीटिंग हुई, मीटिंग की अध्यक्षता जनाब मौलाना जैनुल आबिदीन साहब रहमानी नाजिम जामिया मजाहिरुल इस्लाम सिमरिया ने की, और मीटिंग का संचालन जनाब कारी मुमताज साहब साकिबी और जनाब कारी जुनैद साहब सिमरिया ने किया,
मीटिंग की शुरुवात कुरआन-ए-करीम की तिलावत से हुई,
इस बैठक में तमाम वक्ताओं ने इस समय देश में मुसलमानों के साथ हो रहे भेद भाव पर चिंता जाहिर की, और कहा के लगातार मुसलमानों के साथ यहां की सरकार सौतेला रवैया इख्तियार कर रही है, ऐसे समय में जरूरत है के हम तमाम मुसलमान कलमे की बुनियाद पर एकजुट हो जाएं, इसी फिक्र को ले कर एक प्रयास क्षेत्र की महान शख्सियत जनाब अब्दुस सुबहान साहब कमता टंडवा पूरे मन से कर रहे हैं, उन्हों ने समाज को एक संदेश दिया के आपसी गिले शिकवे दूर करें, और एक दूसरे से प्यार मोहब्बत और मेल जोल के साथ रहें, एक दूसरे के दुःख दर्द में साथ दें, और जहां कहीं भी मुसलमानों के साथ इंसानियत के साथ खिलवाड़ या अत्याचार हो उसके लिए खड़े रहें, और तन मन की बाजी लगाएं, बच्चों को अच्छा से अच्छा शिक्षा दें, तभी आप तरक्की कर सकते हैं, तभी देश तरक्की करेगा,
बैठक में सिमरिया प्रखंड का मजलिस-ए-शूरा भी गठन किया गया, जिसमें सदर के तौर पर जनाब कारी अमानुल्लाह साहब मोहतमिम मदरसा मजाहिरुल इस्लाम सिमरिया और नाएब सदर जनाब हाफिज मिन्हाज साहब फतहा को चुना गया, और जनरल सिक्रेट्री के तौर पर जनाब हाफिज सलीम अख्तर साहब फैजी और नाएब जनरल सेक्रेटरी जनाब मौलाना गुलाम रब्बानी साहब क़ासमी मोहतमिम जामिया उम्मुल कुरा लोसिंघ्ना को चुना गया,
इस मीटिंग में सर्वसम्मति से निम्न बिंदुओं पर प्रस्ताव पारित किया गया, (1) बिला तफरीक कौम व मिल्लत इत्तेहाद कायम करना,
(2) उलमा व हुफ्फाज की बदहाली पर गौर करना, और उसकी दिफा की तदबीर करना, (3) मकतब की तालीम को मजबूत करना, और साथ में असरी तालीम पर जोर देना, (4) नौजवान तबका को बाकमाल बनाने की कोशिश करना, और बच्चियों को इर्तेदाद से बचाने की फिक्र करना,
(5) मस्तूरात (औरतों) को पर्दे का एहतेमाम करना, खास तौर से मार्केट या सफर पर हों तो उनकी फिक्र करना, (6) समाज के अंदर सियासी बेदारी 100% हो इसके लिए गौर व फिक्र करना, इत्यादि,
मीटिंग में शामिल होने वालों में से मुख्य तौर पर जनाब कारी अमानुल्लाह साहब, कारी मुमताज साहब, हाफिज सलीम अख्तर साहब, हाफिज इकबाल साहब, हाफिज खादिम रसूल साहब, कारी नेसार साहब, मौलाना अतीकुर रहमान साहब, जनाब उस्मान साहब, जनाब ऐनुल साहब, जनाब फारूक साहब, जनाब तस्दीक साहब, जनाब अबरार साहब, जनाब मौलाना तौकीर आफंदी साहब मजाहिरी शामिल हैं,