इक्फ़ाई विश्वविद्यालय झारखंड में शिक्षा संस्कृति उत्थान न्यास का स्थापना दिवस मनाया गया। इस अवसर पर मुख्य अतिथि सरला बिरला विश्वविद्यालय के रजिस्ट्रार प्रो. (डॉ.) विजय कुमार सिंह ने अपना बहुमूल्य संबोधन दिया। उन्होंने कहा कि न्यास शिक्षा बचाओ आंदोलन समिति की पहल के साथ मिलकर काम करता है। इस न्यास का घोषित लक्ष्य मौजूदा शिक्षा प्रणाली के लिए एक वैकल्पिक प्रणाली की स्थापना करना है। इस लक्ष्य को प्राप्त करने के लिए यह संस्था शिक्षा के पाठ्यक्रम, प्रणाली, पद्धति और नीति में बदलाव और शिक्षा का ‘भारतीयकरण’ करना आवश्यक मानती है। इसके लिए शिक्षाविदों को आगे आकर अपना योगदान देना चाहिए।
इस समारोह के मुख्य अतिथि कोयलांचल विश्वविद्यालय, धनबाद के पूर्व कुलपति प्रो. (डॉ.) अंजनी श्रीवास्तव थे। उन्होंने चरित्र निर्माण, वैदिक गणित के महत्व और स्वायत्त शिक्षा प्रणाली और न्यास के अन्य 16 क्षेत्रों पर ध्यान केंद्रित किया। राष्ट्र निर्माण के इस आंदोलन का मुख्य उद्देश्य शिक्षा और मानव का विकास है।
इक्फ़ाई विश्वविद्यालय झारखंड के कुलपति और न्यास के क्षेत्र के अध्यक्ष प्रो. (डॉ.) रमन कुमार झा ने रोजगार क्षमता बढ़ाने के साथ-साथ विश्वविद्यालय के पाठ्यक्रम में भारतीय ज्ञान प्रणाली और जीवन कौशल से संबंधित पाठ्यक्रमों को शामिल करने पर जोर दिया। इस अवसर पर रांची विश्वविद्यालय के रसायन विज्ञान के सेवानिवृत्त प्रोफेसर प्रो. (डॉ.) हरिओम पांडे, डॉ. सुनील कुमार झा, डॉ. धर्मराज कुमार और शहर भर के अन्य वरिष्ठ और शिक्षाविद मौजूद थे।