रांची: एदारा ए शरिया झारखंड के सरपरस्त एम सईद के आवास पर गुरुवार रात मुफ्ती फैजुल्लाह मिस्बाही ने तरावीह की नमाज में कुरान पाक मुकम्मल किया। इस दौरान सलात व सलाम के साथ देश दुनिया राज्य में अमन चैन की दुआ की गई। एदारा ए शरिया के नाजिम आला हजरत मौलाना कुतुबुद्दीन रिजवी ने कहा कि रमजान का महीना सारे महीनों का सरदार है।
इस मुबारक महीने में ही कुरआन पाक नाजिल हुआ, इसलिए इस्लाम में इस महीने की बड़ी फजीलते हैं। माह-ए-रमज़ान और नमाज-ए-तरावीह की अहमियत पर रोशनी डालते हुए कहा कि अल्लाह ने रमजान में अपने बंदों के लिए काफी इनामात से नवाजता है। हालांकि बंदा भी ऐसा होना चाहिए जो अल्लाह के हुक्म की फरमाबरदारी करें। यह महीना मोमिनों के लिए अल्लाह का सबसे कीमती तोहफा है। मौलाना कुतुबुद्दीन रिजवी ने वहां उपस्थित लोगों से हाथ उठाकर वादा लिया की अल्लाह और उसके रसूल के बताए हुए रास्ते पर चलेंगे।
कुरान था कुरान है कुरान रहेगा। तरावीह की नमाज के बाद सभी रोजेदारों ने अपने गुनाहों से माफी मांगी। इमाम साहब का नज़राना लगभग 87 हजार रूपए दिया गया। नात पाक कारी बरकतुल्लाह सर मौलाना शेर मोहम्मद ने पढ़ी। प्रोग्राम का संचालन मौलाना मुजीबुर्रहमान ने की।
इस मौके पर कारी अय्यूब रिजवी, मौलाना निजाम, सेंट्रल मुहर्रम कमिटी के महासचिव अकील उर रहमान, सर्व धर्म सद्भावना समिति के अध्यक्ष मो इस्लाम, रांची पब्लिक स्कूल के सचिव मो तौहीद, मो महजूद, झामुमो नेता आफताब आलम, मो नौशाद, मो सरफराज, मो सोनू, मो अशफ़ाक, समेत सैंकड़ों लोग उपस्थित थे।