रमजान के महीना में इबादत,दुआ,तरावीह मशगूल हो कर अपने रूठे हुए रब को राजी कर ले:जहूर अंसारी
ओरमांझी: रमजान उल मुबारक का पाक पवित्र महीना शुरु हो गया। इस पवित्र महीने की मुबारकबाद देते हुए बरवे चांद नगर के सदर सह वरिष्ठ समाजसेवी जहूर अंसारी ने बताया कि रमज़ान का महीना एक मुबारक महीना है और इस महीने की महानता का अंदाज़ा इसी बात से लगाया जा सकता है कि पवित्र कुरान इसी पवित्र महीने में नाज़िल हुआ था। रमजान का पहला असरा रहमत के लिए, दूसरा मगफिरत के लिए और तीसरा जहन्नम की आग से मुक्ति के लिए है। जब रमज़ान का चाँद दिखाई देता तो पैगंबर (सल्लल्लाहु अलैहि व सल्लम) कहा करते थे कि यह चाँद शुभ और धन्य है। वहीं उन्होंने कहा कि इस महीने में लोगों को ज्यादा से ज्यादा इबादत करनी चाहिए।रमजान के महीना में ज्यादा वक्त इबादत,दुआ,तरावीह मशगूल हो कर अपने रूठे हुए रब को राजी करनी चाहिए। वहीं उन्होंने कहा कि इस महीने में गरीब गुरुवा की मदद करनी चाहिए। ज्यादा से ज्यादा लोगों को अफ्तार कराकर नेकी बटोरने चाहिए। मुसलमानों को बुराई से बच कर नेकी का दामन थामने की जरूरत है। लोगों को चाहिए कि फर्ज नमाज मस्जिद में अदा करें और तरावीह की नमाज ,तहज्जुद व नवाफिल की नमाज में कौताही न बरते। यह महीना अल्लाह ने लोगों को इनाम के तौर पर दिया है जो ज्यादा से ज्यादा नेक हासिल कर सके वह कर लें क्योंकि की इस महीने में नेकी में 70 गुणा नेकी में बढ़ोतरी कर दी जाती हैं। वही जहूर अंसारी ने लोगों से अपील किया है कि देश की अमन चैन ख़ुशहाली व आपसी भाईचारा की ज्यादा से ज्यादा दुआएं मांगें।रोजा रखने वाला को अल्लाह खूब पसन्द करता है।और कयामत के दिन उसे जन्नत में जगह देता है।यह महीना सब्र का है और सब्र का बदला जन्नत है।कयामत के दिन रोजा बन्दे का ढाल बनेगा और उससे जन्नत में जाने की सिफारिश करेगा।रोजेदारों को अफ्तार करना काफी पुण्य का काम है।