भारतीय अंतर्राष्ट्रीय व्यापार मेला,(आईआईएफटी-2024)
झारखंड पेवेलियन में मत्स्य निदेशालय के स्टॉल पर उमड़ रही भीड़
केज कल्चर से मछली पालन और जलाशयों में मोती उत्पादन की विधि कौतूहल का केंद्र
1*झारखंड सरकार के भू-अभिलेख निदेशालय के निदेशक ने किया स्टाॅल का अवलोकन
रांची/नई दिल्ली। 43वें भारतीय अंतर्राष्ट्रीय व्यापार मेले (आईआईएफटी-2024) के झारखंड पवेलियन में दर्शकों की भीड़ उमड़ रही है। मेला समापन की ओर है। बुधवार 28 नवंबर को मेले का समापन होगा।
झारखंड सरकार के भूमि अधिग्रहण व भू-अभिलेख निदेशालय के निदेशक भोर सिंह यादव (भाप्रसे) ने सोमवार को नई दिल्ली के प्रगति मैदान में लगे भारतीय अंतर्राष्ट्रीय व्यापार मेले के झारखंड पवेलियन स्थित मत्स्य निदेशालय के स्टॉल का अवलोकन किया। श्री यादव ने मत्स्य निदेशालय द्वारा झारखंड के मत्स्य कृषकों के लिए संचालित विभिन्न योजनाओं की जानकारी प्राप्त की। साथ ही झारखंड में प्रधानमंत्री मत्स्य संपदा योजना के तहत चलाई जा रही योजनाओं/कार्यक्रमों की अद्यतन स्थिति से भी अवगत हुए। श्री यादव ने विशेष रूप से झारखंड मत्स्य निदेशालय द्वारा केज कल्चर से मछली पालन और जलाशयों में मोती उत्पादन की दिशा में विभागीय पहल की सराहना की। उन्होंने मौके पर मौजूद विभागीय कर्मियों का उत्साहवर्धन किया। उक्त जानकारी मत्स्य निदेशालय के मुख्य अनुदेशक प्रशांत कुमार दीपक ने दी।