डॉ. कहकशां परवीन की पहली पुण्यतिथि पर पत्रिका का लोकार्पण


रांचीः अंजुमन फरोग ए उर्दू के तत्वाधान में मंगलवार को “एक शाम डॉ कहकशां परवीन के नाम” साहित्यिक कार्यक्रम का आयोजन किया गया। जिसमें प्रसिद्ध उर्दू अफसाना निगार डॉ कहकशां परवीन को उनकी पहली पुण्यतिथि पर याद किया गया। ज्ञात हो कि डॉ साहिबा का निधन 17 जून 2024 को दिल्ली के एक अस्पताल में हुआ था। कार्यक्रम की औपचारिक शुरुआत कारी मुहम्मद आरिफ द्वारा पवित्र कुरान की तिलावत से हुई। इसके बाद मुहम्मद गालिब निश्तार ने डॉ कहकशां परवीन का परिच पेश किया। कार्यक्रम में त्रैमासिक पत्रिका “अदबी दुनिया” का भी लोकार्पण किया गया। इस पत्रिका के संपादक दानिश अयाज हैं।

लोकार्पण के बाद डॉ आलमगीर साहिल, मुहम्मद इकबाल, मुहम्मद दानिश अयाज, उजैर हमजा पुरी आदि ने अपने विचार व्यक्त किए। इसके बाद विशिष्ट अतिथि नाटखट अजीमाबादी ने डॉ कहकशां परवीन को याद करते हुए कई महत्वपूर्ण बातें कहीं। हजारीबाग से आए मुख्य अतिथि डॉ जैन रामिश ने पुरानी यादों पर विचारपूर्ण बातें कीं और कहा कि डॉ साहिबा को लंबे समय तक याद किया जाएगा। यह बहुत खुशी की बात है कि आज शोध छात्र किसी न किसी कारण से अपने शिक्षकों को याद कर रहे हैं। कार्यक्रम के अध्यक्षत अलीगढ़ मुस्लिम विश्वविद्यालय से आए डॉ सरवर साजिद ने अध्यक्षीय भाषण दिया। उन्होंने रांची विश्वविद्यालय के उर्दू विभाग की यादों और उनकी रचनाओं के आधार पर कई महत्वपूर्ण बातें कहीं। कार्यक्रम के अंत में मुकर्रम हयात ने अंजुमन फरोग ए उर्दू का तराना पढ़ा।

कार्यक्रम का संचालन डॉ अब्दुल बासित ने किया। मौके पर तबिब अहसन ताबिश, इंजीनियर फारूक अहमद, डॉ कफील अहमद, डॉ सोफिया खातून, हिना आफरीन, गौसिया आफरीन, अबुल कलाम, मुश्तरी बेगम, आयशा परवीन, चंद्रकांत चौरसिया आदि मौजुद थे।

