1 रुपए में चाय नहीं मिलेगी, लेकिन 1 रुपए के मासिक फीस पर सीबीएसई पैटर्न पर पढ़ाई शुरू


इंडियन पब्लिक स्कूल झारखंड का पहला स्कूल जहां एक रुपए मासिक फीस पर आधुनिक शिक्षा दी जा रही है
एक भी गरीब ,असहाय और जरूरतमंद बच्चा शिक्षा से वंचित न रहे यही हमारा लक्ष्य :मोहम्मद जावेद मंसूरी

रांची : इंडियन पब्लिक हाई स्कूल, नियर राइस मिल , बाजपुर रोड सिमलिया रांची में 26 जनवरी गणतंत दिवस धूमधाम से मनाया गया। इस मौके पर रातु थाना प्रभारी रामनारायण सिंह, पद्मश्री मधु मंसूरी, अजयनाथ शहदेव, खाद्य आपूर्ति विभाग की चेयरमैन शबनम परवीन,समाजसेवी कमरुल हक और डायरेक्टर जावेद मंसूरी ने संयुक्त रूप से झंडोत्तोलन किया। मधु मंसूरी ने कहा कि शिक्षा दुनिया का सबसे बड़ा गहना है। मैं जावेद मंसूरी को 1रू मासिक फीस पढ़ाने के लिए लिए बधाई देता हूं । मौके पर बोलते हुए अजयनाथ शहदेव ने कहा कि गणतंत्र दिवस का दिन का बहुत महत्व है आज ही संविधान बना था इसको बचाने है।

जावेद मंसूरी और स्कूल मैनेजमेंट को ₹1 में शिक्षा देने के लिए मैं जावेद मंसूरी को बहुत-बहुत बधाई देता हूं। इस मौके पर रातु थाना प्रभारी रामनारायण सिंह ने कहा कि शिक्षा के बिना विकसित समाज की परिकल्पना नहीं की जा सकती है। उन्होंने कहा कि शिक्षा को बढ़ाने के लिए स्कूल मैनेजमेंट को मैं बहुत-बहुत बधाई देता। इस मौके पर बोलते हुए इंडियन पब्लिक स्कूल के डायरेक्टर मोहम्मद जावेद मंसूरी ने कहा हमारा मकसद गरीब, असहाय, जिला चार बच्चों को शिक्षा प्रदान कर उनके भविष्य को बेहतर करना है। उन्होंने कहा कि मैं अपने विद्यालय के छात्र-छात्राओं को वैसा नागरिक बनाना चाहता हूं जो बड़ा होकर भारत माता का सच्चा सिपाही बने। साथ ही जरूरत पड़ने पर देश की सुरक्षा के लिए हंसते-हंसते अपनी कुर्बानी दे दे। इस अवसर पर बच्चों ने सांस्कृतिक कार्यक्रम प्रस्तुत किया।। पहली बार मात्र 1/- रूपये मासिक फी में शिक्षा इण्डियन पब्लिक हाई स्कूल, सिमलिया, सीबीएसई पैटर्न आधारित इंग्लिश मिडियम स्कूल है। यह स्कूल विगत 20 वर्षों से शिक्षा के क्षेत्र अपनी उत्कृष्ट पहचान बनाये हुए है। सिमलिया क्षेत्र के 80 प्रतिशत बच्चे पैसे के अभाव में शिक्षा ग्रहण नहीं कर पाते हैं। इसी बात का ध्यान रखते हुए इण्डियन पब्लिक स्कूल के संचालक जावेद मंसूरी जी ने इस बार यह निर्णय लिया कि मात्र 1/- रू० मासिक फीस में पूर्ण सुविधा युक्त स्कूल में इन बच्चों को शिक्षा प्रदान करना है। पैसे के अभाव में बहुत से बच्चे निजी विद्यालय में अच्छी शिक्षा प्राप्त करने से वंचित रह जाते हैं। गुणवत्तापूर्ण शिक्षा में पैसे का अभाव बाधा न बने इसलिए यह महत्त्वपूर्ण पहल किया गया है।इस मौके पर जहीर मंसूरी, समीम मंसूरी, जहीर अब्बास, जलील अंसारी, हाजी यूसुफ अंसारी ,महावीर उरांव ,हाशिम अंसारी स्कूल की शिक्षक जगन प्रिया, नरगिस, नीलू, आसिफ, बसंती, बसंती, समन परवीन, सभी शिक्षक और कर्मी मौजूद थे।
