देश में धर्म एवं धर्म स्थलों का सम्मान वक़्त की आवाज़: मुफ्ती अब्दुल्लाह
रांची: मुफ़्ती अब्दुल्लाह अजहर क़समी केंद्रीय अध्यक्ष मुस्लिम मजलिस ए उलेमा झारखंड ने अपने संदेश मे कहा के स्वतन्त्र भारत मे एक सौ चालीस करोड़ लोग रहते हैं। विश्व का सब से बड़ा लोकतन्त्र भारत ही है। जहां अनेकता में एकता वा आपसी भाई चारा एक मिसाल है। भारत के धर्म गुरुवों ने हमेशा एक दूसरे का सम्मान करते आए हैं। साथ ही धर्म स्थलों की पवित्रता का खयाल सम्मान करने का हर संभव प्रयास रहा है। आज भारत मे सद भाव एवं प्रेम के धागा को मजीद मजबूत करने की जरूरत है। आईये हम सब मिल कर संकल्प लें के भारत को विकसित और मजबूत करने के लिए अपना बहूमूल्य योगदान दें। नफरत, भेद भाव, छुवा छू, एवं घृणा को समाप्त करने के लिए अपने अपने मन को साफ करें। ईश्वर ने इस संसार मे खूबसूरत जिंदगी गुजरने का शुभ अवसर दिया है। इस उपहार को मानवता के सेवा के लिए लगाएँ। हर मनुष्य का जिंदगी ईश्वर के हाथ में है। वही जिंदगी व मौत का मालिक है। अपने अपने हीर्दय को पाक और साफ रखें और अहिंसा के राह पे चल कर बापू के बताए हुए मार्ग दर्शन पर चलने के लिए एक दूसरे का सहभागी बनें।
महजब नहीं सिखाता आपस में बैर रखना
हिन्दी हैं हम वतन हैं हिंदुस्तानां हमारा