इरबा के समाजसेवी शाकिर अंसारी ने की अफ्तार पार्टी क़ा आयोजन


देश की एकता सौहार्द्र और भाईचारा की मांगी गई दुआ
ओरमांझी(मोहसीनआलम):ईरबा में बुधवार को जेएलकेएम नेता सह वरिष्ठ समाजसेवी शाकिर अंसारी के सौजन्य से दावत-ए-इफ्तार का आयोजन किया गया। जहां अवतार करने पहुंचे अतिथियों को गमछा उड़कर एवं टोपी पहनकर स्वागत किया गया,इफ्तार पार्टी में झारखंड रत्न से सम्मानित समाजवादी पार्टी के प्रमुख महासचिव मुस्तफ़ा अंसारी,जेएमएम नेता जहुर अंसारी, अभिषेक कुमार उर्फ़ लड्डू,मुमताज आलम,रहीम अंसारी,अब्दुल कयूम अंसारी,सलीम अंसारी,मुस्लिम फैजी अभय प्रताप सिँह व सैकड़ों रोजेदारों उपस्थित हुए और रोजा इफ्तार किया। रोजा इफ्तारी से पहले मौलाना अयूब फलाही ने सभी रोजेदारों के साथ अल्लाह तबारक व ताला के बारगाह में हाथ उठाकर मुल्क की अमन चैन के लिए दुआएं मांगी।वहीं नमाज मौलाना गुलजार नदवी ने अदा कराई।इफ्तार पार्टी में सभी समाज के बड़े-बुजूर्ग,और नौजवान व बच्चों ने बड़ी संख्या में शिरकत की।

मगरिब की अजान सुनकर सभी रोजेदारों ने एक साथ रोजा इफ्तार किया। मार्च की तपती गर्मी में भी मुस्लिम समाज के लोग अपने रब की इबादत के लिए 15 घंटे भूखे प्यासे रहकर रोजा रखा। वहीं शाकिर अंसारी ने बताया कि रमजान-उल-मुबारक का यह पाक व पवित्र महीना रहमतों व बरकतों से भरपूर है। जो शख्स रोजेदार को इफ्तार कराता है।अल्लाह तबारक व ताला उस शख्स को रोजेदार के बराबर सवाब अता फरमाता है।

इस प्रकार का इफ्तार पार्टी का आयोजन से आपसी भाईचारा भी बढ़ता है। उन्होंने यह भी बताया कि रमजान-उल-मुबारक को तीन अशरा (हिस्से) में बांटा गया है।वहीं आज से पवित्र माह रमजान-उल-मुबारक का आखिरी अशरा जहन्नुम से आजादी शूरू हो गया है। वहीं रमजान केआखिरी अशरा एक रात लैलतूल कदर का आता है। जिस रात में रात भर जागकर इबादत करने से एक हजार महीने का सवाब मिलेगा।वहीं इस मौके पर रफीकअंसारी,मौलाना सनाउल्लाह,पूर्व सदर जाहिदअंसारी,शाकिब,अंसारी,मुस्तफाअंसारी,एजाज अंसारी ग्रामीण आदि सैकड़ों रोजेदार मौजूद थे।

