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पत्र जारी करने में ऊर्दू स्कूलों की उपेक्षा करती है शिक्षा विभाग : उर्दू शिक्षक संघ

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गृष्मकालिन सत्र पूर्व के तरह प्रात: 6:30 से पूर्वांह्न 11:30 तक किया जाय

रांची,18 जून 2023,
झारखण्ड राज्य ऊर्दू शिक्षक संघ की एक विशेष बैठक रविवार को प्रदेश महासचिव अमीन अहमद की अध्यक्षता में हुई, जिसमें मुख्य अतिथि के तौर पर डॉ० वकील अहमद रिजवी शामिल हुए l
बैठक में स्कूली शिक्षा एवं साक्षरता विभाग के विरुद्ध रोष प्रकट किया गया. इस संदर्भ में केंद्रीय महासचिव अमीन अहमद ने बताया कि विभाग की ओर से अधिकतर पत्र ऐसे जारी किये जाते हैं, जिसमें ऊर्दू स्कूलों का ख़्याल नहीं रखा जाता है l शिक्षा सचिव श्री के रवि कुमार द्वारा अत्यधिक गर्मी के मद्देनजर छात्रहित में स्कूलों को बंद करने का निर्णय स्वागत योग्य है, लेकिन अवकाश विस्तार में ऊर्दू स्कूलों की अनदेखी की गई है l स्कूलों को बंद करने के आदेश के दूसरी कड़ी शनिवार 17 जून को खत्म हो गया l अवकाश विस्तार का पत्र शनिवार को ही जारी कर देना चाहिए था, लेकिन ऐसा नहीं किया गया l जिससे रविवार को राज्य के सभी ऊर्दू स्कूल खोल दिये गये तथा छोटे छोटे बच्चे भी ऊर्दू स्कूलों में रविवार की चिलचिलाती धूप में आ गये l शिक्षा सचिव द्वारा रविवार को पत्र जारी कर 21 जून तक स्कूल बंद रखने का पत्र जारी किया गया l अगर ये पत्र ऊर्दू स्कूलों को ध्यान में रखकर शनिवार को ही जारी कर दिया जाता तो ऊर्दू स्कूलों के बच्चे और शिक्षक प्रभावित नहीं होते l
महासचिव अमीन अहमद ने शिकायत करते हुए कहा कि पहले भी परीक्षा, नामांकन अभियान आदि कार्यक्रमों को जारी करने में भी ऐसी गलती को दोहराई जाती रही है l
संघ ने मांग किया कि गर्मी कम होने के बाद जब स्कूल खोले जायेंगे तो ऊर्दू स्कूलों को सामान्य स्कूलों से एक दिन बाद खोल कर भरपाई की जाय और भविष्य में कोइ भी पत्र जारी करते वक्त ये ध्यान रखा जाए कि शुक्रवार को ऊर्दू स्कूलों में साप्ताहिक अवकाश होता है l साथ ही संघ ये भी मांग करती है कि राज्य के सरकारी विद्यालयों में पूर्व के तरह गृष्मकालिन सत्र प्रात: 6 : 30 से पूर्वाहन 11: 30 तक करने की व्यवस्था को लागू किया जाय ताकि बार बार विद्यालय बंद करने की नौबत नहीं आये l
आज के बैठक में प्रदेश महासचिव अमीन अहमद, डॉ० वकील अहमद रिजवी, प्रदेश प्रवक्ता शहज़ाद अनवर, राँची जिला अध्यक्ष राकिम अहसन, मो० फखरूद्दीन, साजिद इकबाल, साकिर करीम, रबनवाज, अब्दुल बारीक, मो० इस्माइल, मोशाहिदा अंजुम, आयरा नसीम, मुसर्रत जहाँ, शबीना नाज, रौशन जहाँ, तरन्नुम परवीन, आसमा खातून, जरीना खातून, फिरदौस परवीन आदि मुख्य रूप से शामिल थे.

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