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रांची: मंगलवार 17 जनवरी 2024 को अंजुमन फ़रोग ए उर्दू का एक प्रतिनिधिमंडल अध्यक्ष मोहम्मद इकबाल के नेतृत्व में शिक्षा एवं साक्षरता विभाग, झारखंड सरकार से मिला। यह शिकायत थी कि झारखंड सरकार उर्दू को खत्म करने की तैयारी कर रही है। प्राथमिक और माध्यमिक स्तर पर उर्दू शिक्षकों के 3712 पद को समाप्त करने की तैयारी में है। इस खबर से उर्दू भाषा से प्यार करने वाले लोगों और उर्दू में अपना भविष्य तलाश रहे छात्रों में गुस्से और निराशा की लहर फैल गई। इस संबंध में अंजुमन फ़रोग ए उर्दू के प्रतिनिधियों ने अपनी चिंता व्यक्त की। शिक्षा विभाग के अधिकारियों के साथ बैठक में यह मामला उठा। शिक्षा विभाग के अधिकारियों ने कहा कि उर्दू के लोगों को इस बात से खुश होना चाहिए कि सीटें पहले की तुलना में दोगुनी हो गई हैं। इस खबर को सुनकर अंजुमन फ़रोग ए उर्दू के प्रतिनिधि भी खुश हुए और शिक्षा विभाग और मुख्यमंत्री को धन्यवाद देते हुए कहा कि उर्दू को लेकर हमें इस सरकार से निराश होने की कतई जरूरत नहीं है। इस मौके पर अंजुमन फ़रोग ए उर्दू के सदस्य डॉ. शगुफ्ता बानो, राशिद जमाल, कोषाध्यक्ष दानिश अयाज शिबली समेत अन्य मौजूद थे।