Saturday, July 27, 2024
Jharkhand News

मुहर्रम का चांद नजर आते ही मस्जिद जाफरिया में दस दिवसीय मजलिस जिक्र कर्बला शुरू

 

इस्लाम को लाने वाला मोहम्मद और बचाने वाला का इमाम हुसैन: तहजीबुल हसन 

रांची: मस्जिद ए जाफरिया रांची में मजलिस जिक्रे शहीदाने कर्बला का आगाज हो चुका है। मोहर्रम का चांद देखते ही शिया मुसलमानों के घर में हर तरफ से या हुसैन की सदा गूंजने लगी। मस्जिद ए जाफरिया में 10 दिवसीय मजली से जिक्रे शहादत एक मोहर्रम से 10 मोहर्रम तक रात्रिया 8:00 से किया गया है। इस मजलिस को मुख्य रूप से हाजी मौलाना सैयद तहजीब उल हसन रिजवी इमाम जुमा व जमाअत मस्जिद ए जाफरिया रांची संबोधित कर रहे हैं। मौलाना तहजीब उल हसन ने इस्लाम धर्म से आस्था रखने वालों को बताया कि इस्लाम को लाने वाले का नाम मोहम्मद है। और इस्लाम को बचाने वाले का नाम हुसैन इब्ने अली है। आज अगर इमामे हुसैन ने अपने पूरे घर की कुर्बानी कर्बला में नहीं दी होती तो आज इस्लाम का नाम लेवा कोई ना होता। 

मोहर्रम इसलिए मनाओ ताके इस्लाम पहचाना जाए। इस्लाम सिर्फ नमाज से नहीं बल्कि अच्छे करतब से पहचाना जाएगा। नमाज को जिसने बचाया उसका नाम हुसैन है उसके कुर्बानी को भूल जाना इस्लाम के साथ धोखा है। इस्लाम में धोखा देना मना है। यह कार्यक्रम 29 जुलाई तक चलता रहेगा। 27 जुलाई को मजलिस के बाद आलम का मातमी जुलूस मस्जिद ए जाफरिया परिसर से निकाला जाएगा। 28 जुलाई को संध्या 8:00 बजे अनवर टावर विश्वकर्मा मंदिर मेन रोड से निकालकर मस्जिद ए जाफरिया पहुंचेगा और वहां पर सभा में तब्दील हो जाएगा। 29 जुलाई 10 मोहर्रम को जुलूसए रोजे आशूरा बाद नमाज जोहर मस्जिद ए जफरिया परिसर से 1:00 बजे दिन में निकलकर चर्च रोड, विक्रांत चौक, टैक्सी स्टैंड, मेन रोड, अंजुमन प्लाजा होते हुए कर्बला पहुंचेगा। इस वर्ष का मोहर्रम पिछले वर्ष की तुलना में बहुत ही जोशो खरोश के साथ मनाया जाएगा। तमाम अखाड़े के खलीफा ओं का टैक्सी स्टैंड में ऑल इंडिया शिया पर्सनल ला बोर्ड अंजुमन जफरिया के तत्वाधान में स्वागत किया जाएगा।

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