झारखंड के मुसलमानो की लीडरशिप खत्म करने की साजिश: मुफ्ती अब्दुल्लाह अजहर कासमी
इंडिया गठबंधन, क्षेत्रीय पार्टी और एनडीए ने झारखंड के मुसलमान को निराश किया
झारखंड के मुसलमान तीसरा विकल्प लेकर आगे बढ़ेंगे
रांची: मुस्लिम मजलिसे उलेमा झारखंड का प्रेस कॉन्फ्रेंस को संबोधित करते हुए केंद्रीय अध्यक्ष मुफ्ती अब्दुल्लाह अजहर कासमी ने कहा कि झारखंड राज्य के साथ-साथ पूरे देश में चुनाव का माहौल है। 140 करोड़ जनता वोट देने के लिए तैयार है । झारखंड में 4 करोड़ से अधिक आबादी है जिसमें 80 लाख लगभग 18% मुस्लिम आबादी है। लेकिन सभी क्षेत्रीय और राष्ट्रीय पार्टियों ने चुनाव में किसी भी मुसलमान को उम्मीदवार नहीं बनाया। जबकि मुसलमान को उनकी आबादी के हिसाब से कम से कम दो सीट लोकसभा में मिलना चाहिए। सभी पार्टी मुसलमान के विकास की प्रणाली को खत्म करने की साजिश कर रहे हैं।
झारखंड में मुसलमान की लीडरशिप को खत्म करने की साजिश किया जा रहा है। इंडिया गठबंधन और एनडीए सभी ने मुसलमानो को मायूस किया है।मुसलमान इसको लेकर अपने वोटो का पूरा सही इस्तेमाल करेंगे और हम तीसरे विकल्प की तलाश करेंगे। और उसे लेकर आगे बढ़ेंगे। उन्होंने कहा कि झारखंड राज्य बनने के बाद यहां के अल्पसंख्यकों को विशेष कर मुसलमान को उम्मीद की किरणें जगी थी कि लोकसभा और विधानसभा में मुसलमान का प्रतिनिधित्व होगा। झारखंड लोकसभा चुनाव में इंडिया गठबंधन जो खुद को सेकुलर होने का दावा करती है वह भी मुसलमान को दरकिनार कर दिया। सभी पार्टियों मुसलमान को सिर्फ वोट बैक समझती है।
झारखंड के मुस्लिम जागरूक हो चुके हैं , इसका खामियाजा आने वाले लोकसभा चुनाव के साथ-साथ विधानसभा चुनाव में भी होगा। इस मौके पर मजलिसे उलेमा झारखंड के अध्यक्ष मुफ्ती अब्दुल्ला अजहर कासमी, मुफ्ती अतिकुर रहमान कासमी, शहर काज़ी मुफ्ती कमरे आलम कासमी, कारी जान मोहम्मद, हाजी मजहर, शोएब अंसारी, मौलाना गुलजार नदवी, कारी जान मोहम्मद मुस्तफी, मोहम्मद तोहिद आलम, इम्तियाज अहमद, तनवीर अहमद समेत कई लोग प्रेस वार्ता में मौजूद थे।