उर्दू विद्यालयों को एकीकृत वार्षिक अवकाश तालिका में नज़रअंदाज़ करना बर्दाश्त नहीं : उर्दू शिक्षक संघ


एकीकृत अवकाश तालिका में जल्द किया जाय सुधार, अन्यथा होगा राज्यव्यापी आंदोलन
राज्य के प्रारंभिक उर्दू एवं सामान्य विद्यालयों के लिए पृथक अवकाश तालिका जारी कर अपना निर्णय पूरा करे विभाग : अमीन
राँची, दिनांक 26 दिसंबर, 2024.
झारखंड राज्य उर्दू शिक्षक संघ केंद्रीय कमेटी की एक आपात बैठक केंद्रीय महासचिव अमीन अहमद की अध्यक्षता में हुई। बैठक में संघ के सभी राज्य प्रतिनिधि द्वारा एकीकृत वार्षिक अवकाश तालिका का जोरदार विरोध किया गया। कहा गया कि अगर इसमें जल्द विभाग सुधार नहीं करती है तो इसे नहीं माना जायेगा।
बैठक के बाद एक मेमोरंडम राज्य परियोजना निदेशक सह निदेशक जेसीईआरटी रांची को सौंपा गया।
जिसमें कहा गया कि एकीकृत वार्षिक अवकाश तालिका 2025 में व्याप्त त्रुटियों में सुधार सहित उर्दू तथा सामान्य विद्यालयों के लिए पृथक अवकाश तालिका जारी किया जाए। ऐसा नहीं होने पर वर्तमान अवकाश तालिका को नहीं माना जाएगा।
संघ के केंद्रीय महासचिव अमीन अहमद ने कहा कि जेसीईआरटी के पत्रांक 1247, दिनांक 30-08-2024 द्वारा वर्ष 2025 से राज्य के उर्दू विद्यालयों एवं सामान्य विद्यालयों के लिए पृथक अवकाश तालिका प्रकाशित किये जाने की स्वीकृति दी गई थी. लेकिन शैक्षणिक वर्ष 2025 के लिए जारी एकीकृत वार्षिक अवकाश तालिका के संधारण में इसका ख्याल नहीं रखा गया. जिससेे राज्य के उर्दू विद्यालयों में विगत वार्षिक अवकाश तालिका से उत्पन्न समस्याएं यथावत रह गये हैं।
इसके मद्देनज़र सभी कोटि के विद्यालयों के लिए वर्ष 2025 के एक समान वार्षिक अवकाश तालिका के निर्धारण में संघ की ओर से सुझाव भी दिये गये थे. परन्तु वर्ष 2024 के एक समान अवकाश तालिका में उत्पन्न समस्याओं को विभाग द्वारा वर्ष 2025 के लिए जारी किये गये एकीकृत वार्षिक अवकाश तालिका में किसी भी प्रकार का सकारात्मक सुधार नहीं किया गया. बल्कि पुरानी गलतियों को पुनः दोहरा दिया गया। इसके साथ ही राज्य के उर्दू तथा सामान्य विद्यालयों के लिए पृथक अवकाश तालिका जारी नहीं किया गया. यह विभाग का वादा खिलाफी है।
संघ ने गिनाये अवकाश तालिकी गलतियां
वर्ष 2025 के लिए जारी किये गए एकीकृत वार्षिक अवकाश तालिका में व्याप्त त्रुटियां पर संघ ने ध्यान दिलाया है, जिसमें कहा गया कि राज्य के उर्दू एवं सामान्य विद्यालयों के लिए पृथक अवकाश तालिका प्रकाशित किये जाने की स्वीकृति के बावजूद ऐसा नहीं किया गया। राज्य के प्रारंभिक विद्यालयों में पूर्व की तरह जिला स्तर से ही वार्षिक अवकाश तालिका का निर्धारण किया जाना बेहतर विकल्प होगा, क्योंकि अलग-अलग जिलों में स्थानीय पर्व-त्योहारों पर समुचित छुट्टी मिल सके।
एक समान वार्षिक अवकाश तालिका 2024 में रविवार के दिनों में पड़ने वाले अवकाश के दिनों की गणना शून्य अंकित रहने के कारण कई जिलों के उर्दू विद्यालय खुले रह गये एवं इसकी पुनरावृत्ति एकीकृत वार्षिक अवकाश तालिका 2025 में भी किया गया है।
विभागीय आदेशानुसार राज्य के उर्दू विद्यालयों में शुक्रवार को साप्ताहिक अवकाश रहता है, लेकिन एकीकृत अवकाश तालिका 2025 में कुल आठ शुक्रवार जो अवकाश के दिन हैं, उनकी भी गणना कर ली गई है। जिससे उर्दू विद्यालयों में 55 दिनों की छुट्टिओं के बदले घटकर कुल 47 दिनों के ही छुट्टियां रह गई हैं।
अलविदा जुमा रमजान माह का अंतिम शुक्रवार एवं शब ए बारात की छुट्टी को स्थानीय अवकाश के श्रेणी से हटाकर सभी कोटि के विद्यालयों के लिए दिया जाना चाहिए, ताकि इसका उपभोग राज्य के छात्र-छात्राओं सहित सभी कोटि के विद्यालयों में एक समान रूप से मिल सके।
ग्रीष्मकालीन अवकाश मात्र 12 दिनों का दिया गया है, जो कम से कम 17 दिनों का होना चाहिए, जिसका भरपाई जनवरी माह में दिये गए पांच शीतकालीन अवकाश से किया जा सकता है।
एकीकृत वार्षिक अवकाश तालिका 2025 के क्रम संख्या 41 एवं 58 में दिये गये छुट्टिओं की गणना कर ली गई है, जबकि उक्त दोनों दिवस माह का तीसरा शनिवार है. जिसमें विद्यालय बंद रहता है। इस तरह एकीकृत अवकाश तालिका में राज्य परियोजना द्वारा दिये गये 55 दिनों की छुट्टियाँ घटकर 53 दिनों के ही हो रहे हैं।
एकीकृत अवकाश तालिका के क्रम संख्या 52 में दीपावली की छुट्टी 20 अक्टूबर को मंगलवार अंकित किया गया है, जबकि उक्त दिवस सोमवार है, ऐसे में संशय की स्थिति उत्पन्न हो सकती है।
उर्दू विद्यालयों में 13 फरवरी को शब – ए – बरात एवं 6 जुलाई को मुहर्रम का अवकाश दिया जाए।
मेमोरंडम की प्रतिलिपि प्रभारी सचिव, स्कूली शिक्षा एवं साक्षरता विभाग, उप निदेशक जेसीईआरटी, प्रशासी पदाधिकारी, झारखंड शिक्षा परियोजना परिषद को भी दी गई है।
संघ के केंद्रीय महासचिव अमीन अहमद एवं प्रवक्ता शहज़ाद अनवर ने जानकारी देते हुए बताया कि अगर शिक्षा विभाग इस मामले पर जल्द निर्णय नहीं लेता है तो विभागीय मंत्री से मिलकर इसकी पूरी जानकारी दी जायेगी।
आज के बैठक में केंद्रीय अध्यक्ष अब्दुल माजिद, महासचिव अमीन अहमद, उपाध्यक्ष साबिर अहमद, नाजिम अशरफ, शहज़ाद अनवर, मक़सूद जफर हादी, एनामुल् हक़, डॉ० वकील अहमद रिजवी, मो० फखरूद्दीन, गुलाम अहमद, शाहिद अनवर, अब्दुल गफ्फार, तौहीद आलम, सरवर आलम, असरार अहमद आदि मुख्य रूप से शामिल थे।
