JSSC CGL परीक्षा से 1 महीने पहले ऐसे करें तैयारी, जरूर मिलेगी सफलता : देव कुमार
परीक्षा के पहले कम समय में पाठ्यक्रम पूरा करना किसी चुनौती से कम नहीं होता है ।
कई छात्र परीक्षा के कुछ दिनों पहले जल्दबाजी में पाठ्यक्रम पूरा करने की कोशिश करते हैं
ऐसे में कई बार वे असफल भी हो जाते हैं। अगर सही ढंग एवं मेहनत के साथ पढ़ाई की जाए तो एक माह में भी तैयारी की जा सकती है।
आइये परीक्षा तैयारी की सही रणनीति को हम सब जानते हैं।
स्मार्ट प्लानिंग के साथ पाठ्यक्रम पूरा करें।
कम समय में परीक्षा पास करने के लिए स्मार्ट प्लानिंग करना अति आवश्यक है।
स्मार्ट प्लानिंग से पाठ्यक्रम को पूर्ण करें तथा पढ़ने के लिए सही तरीके का प्रयोग करें।
समय बर्बाद न करें, अगर कोई पाठ समझ न आए तो नोट्स का सहारा लें।
कठिन अवधारणाओं में उलझने से बचें
परीक्षा के पूर्व कुछ भी नया पढ़ने का प्रयास न करें, जो टॉपिक सबसे ज्यादा जरूरी है उसी टॉपिक का रिवीजन करें।
योजना के अनुसार जरूरी सभी पाठों को अलग से लिखें और केवल उन पाठों के नोट्स ही पढ़ें ताकि कम समय में आप सभी महत्वपूर्ण जानकारी पूरा कर सकें।
पाठ्यक्रम जल्दी पूर्ण करने के लिए ज्यादा कठिन अवधारणाओं में उलझने से बचें। जानकारियां जल्दी याद करने के लिए निमॉनिक्स तकनीक का प्रयोग करें।
पुराने प्रश्नपत्र हल करें
परीक्षा तैयारी के दौरान पिछले साल के प्रश्नपत्रों को हल करें।
पुराने प्रश्नपत्रों में यह देखें कि कौन से पाठ से ज्यादा प्रश्न आए हैं और कितने नंबर का कौन सा प्रश्न पूछा गया है। इससे आपको किन पाठोंं पर कितना समय देना है, यह समझने में मदद मिलेगी। पुराने प्रश्नपत्रों को हल करने से आपको नई-नई जानकारियां भी मिल सकेंगी। टाइमर लगाकर प्रश्नपत्र हल करें, इससे परीक्षा के दौरान समय प्रबंधन करने में भी मदद मिलेगी।
अंक योजना बनाकर पढ़ें
अंक योजना बनाकर विषयवार पढ़ने से आपका समय बर्बाद नहीं होगा। ज्यादा अंकों में पूछे जाने वाले विषय के प्रत्येक टॉपिकों को गहराई से कवर करें।
सरल चीजों को नजरअंदाज करने से बचें। कई बार सरल पाठों को अनदेखा करने से परीक्षा में प्रदर्शन खराब होता है।
परीक्षा से पहले अपनाएं ये आदतें
अपनी शारीरिक क्षमताओं के अनुसार पढ़ाई का वक्त चुनें। अपनी दिनचर्या बदलें, निजी कामों से ज्यादा पढ़ाई पर ध्यान दें। रात में ही अगले दिन की योजना बनाकर रख लें। खानपान का ध्यान रखें ताकि ज्यादा घंटों तक पढ़ाई करते वक्त कमजोरी महसूस न हो। सोशल मीडिया से अनिवार्य रूप से दूर रहें। देव कुमार मैं हूँ झारखण्ड किताब के चर्चित लेखक हैं एवं ग्रामीण विकास विभाग, झारखण्ड सरकार अंतर्गत सलाहकार एवं मैनेजर के पद में कार्य कर चुके हैं।