होपवेल हॉस्पिटल में बिना चीर फाड़ के जर्मन लेजर मशीन से ऑपरेशन
रांची: राजधानी रांची के होपवेल हॉस्पिटल में पहली बार जर्मन टेक्नोलॉजी द्वारा महिलाओं के शारीरिक व मानसिक परेशानियों से छुटकारा दिलाने के लिए काम किया गया है। इन लेजर मशीन से बार-बार पेशाब आना, खासते हुए, भारी समान उठाते हुए, पेशाब का निकल जाना, गुप्तअंगों में संक्रमण होना, चिड़चिड़ापन, नींद ना आना, जल्दी थक जाना, उम्र के साथ योनि का ढीला पड़ना, जोड़ों का दर्द, डिलीवरी के बाद कमर दर्द, आदि का इलाज हॉपवेल हॉस्पिटल में संभव है। इसके अलावा बवासीर, फिशर, फिस्टुला का इलाज लेजर मशीन से किया जा रहा है। इसमें दर्द होना, खून निकलना, मास बाहर होना, मवाद निकालना, फुंसी होना, कट लगा हो, इन सभी परेशानियों से छुटकारा पाया जा सकता है। होपवेल हॉस्पिटल में इन सभी का इलाज किया जा रहा है। होपवेल हॉस्पिटल के निदेशक डॉक्टर शहबाज आलम बताया कि अस्पताल के द्वारा 29 अक्टूबर को निशुल्क हेल्थ चेकअप कैंप लगाया गया था। उस कैंप में आए मरीजों का आज सर्जरी किया जा रहा है। होपवेल हॉस्पिटल की यही कोशिश रही है क्या ज्यादा से ज्यादा लोगों को अस्पताल के द्वारा फायदा पहुंचे। उनको कम खर्च पर इलाज की सुविधा मिले।