झारखंड राज्य अल्पसंख्यक आयोग का एक एकदिवसीय विचार गोष्ठी का आयोजन


रांची : झारखंड राज्य अल्पसंख्यक आयोग का एक दिवसीय विचार गोष्ठी कार्यक्रम फेलिसिटी बैंक्विट हॉल में हुआ. जिसमे मुख्य मुद्दा अल्पसंख्यकों का अधिकार और सरकारी योजनाओं की जानकारी, संस्थानिक समस्याओं के बारे में समस्याओं पर विचार विमर्श किया गया. जिसमें पूरे झारखंड के सभी जिला से बिशप पोस्टर कॉलेज स्कूल के प्रिंसिपल सिस्टर कई गणमान्य लोग उपस्थित थे. कार्यक्रम के मुख्य अतिथि झारखंड सरकार मंत्री हाफिज अल हसन अंसारी थे
मंत्री हफीजुल हसन ने कहा कि झारखंड वीर शहीदो का धरती है.यहां पर भगवान बिरसा मुंडा.तिलका मांझी जैसे शहीदो ने अपना बलिदान दिया है.अल्पसंख्यक आयोग मे अल्पसंख्यको के लिए बहुत सारी योजनाए है.इसमें सीएम जीपीेएस केमाध्यम से 25 लाख रूपये तक लोन ले सकते है.इसके लिए करोड़ो रूपयेतक वितरण हुआ चुका है.मिसनरी समाज को मोर्डन बनना होगा. अपने आप से बाहर निकलना होगा. केद्र सरकार झारखंड को बिगाड़ रहा है. इस राज्य को संवारने के लिए सीएम हेमंत सोरेन को लाना है. इसके लिए यहां से संकल्प लेकर जाना है. जबतक सरकार को ताकत को नही दिखायेगें. तबतक कुछ नही होगा. अल्प संख्यको के लिए आयोग रात दिन खुला है. जब से सरकार बना हैं तब से भाजपा पीछे पड़ा हुआ है.
प्रणेश स्लोगन ने कहा कि मिसनरी समाज 250 साल से स्कूल चला रहा है.1812 से झारखंड मे दुर्गम क्षेत्र मे स्कूल खोलकर शिक्षा का अलख जगा रहा है.हिंदूस्तान मे 80 प्रतिशत शिक्षा मिशनरी शिक्षा का अलख जगा रहा है. इसके बाद मिसनरी समाज को अधिकार नही मिल रहा है.अल्पसंख्यक आयोग एक्ट नही बना है.इसके कारण सरकार की योजना से वंचित हो रहे है.अल्प संख्यक आयोग मे स्टेटस नही मिलने से सरकार द्वारा स्कूल ड्रेस औऱ साईकिल नही मिल रहा है.
राज्य स्चर पर केद्रीय प्रतिवेदन होना चाहिेए.तााकि मिसनरी स्कूल के आसपास होने वाले घटनाओ का बारे मे जानकारी हासिल हो सके. स्वास्थ्य के क्षेत्र मे मेडिकल सुविधाए भी नही उपलब्ध हो रह है. अल्पसंख्यक मेडिकलो मे आयुषमान कार्ड से चिकित्सा सुविधा गरीब लोगो नही मिल रहा है.इसका भी मंत्री के समक्षरखा गया.माइनिरीटिज कृॉलेजो मे पोर्टल मे प्रमंडलीय घुसबैठ हो रहा है. मिसनी समाज को इजराईल जाने के लिए भी सुविधा दी जाए.ताकि इजराईल मे यीशु मसीह के बारे मे जान सके.वहां जाकर प्रमेश्वर के बारे में नजदीक से समझ सके. इस मौके पर डॉ राकेश पॉल आशीष पूर्ति समेत पूरे झारखंड के साइक्लो मसीही समाज के लोग मौजूद थे.
