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स्व. कार्डिनल तेलेस्फोर पी टोप्पो की पहली पुण्यतिथि पर भव्य कार्यक्रम 4 अक्टूबर को : बंधु तिर्की

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एशिया के पहले आदिवासी बिशप (दिवंगत) के विचारों के अनुशरण पर मांडर विधायक का जोर

रांची 31 अक्टूबर. पूर्व मंत्री, झारखण्ड सरकार की समन्वय समिति के सदस्य एवं झारखण्ड प्रदेश कांग्रेस कमेटी के कार्यकारी अध्यक्ष बंधु तिर्की ने कहा कि एशिया के पहले आदिवासी कार्डिनल स्व. कार्डिनल तेलेस्फोर पी टोप्पो की पहली पुण्यतिथि के अवसर पर अगले 4 अक्टूबर को भव्य कार्यक्रम का आयोजन चैनपुर पल्ली के नेतृत्व में किया जायेगा. श्री तिर्की ने कहा कि स्वर्गीय कार्डिनल का पूरा जीवन और उनके विचार, सहिष्णुता, सद्भावना एवं एकजुटता पर आधारित हैं और यही उनके जीवन का मूल मंत्र है

. श्री तिर्की ने कहा कि आज के समय में यह बहुत जरूरी है कि हम सभी बाँटनेवाली शक्तियों को स्वयं से दूर करें और स्वर्गीय कार्डिनल तेलेस्फोर पी टोप्पो के विचारों का नये सिरे से अनुशरण करें.


कार्डिनल तेलेस्फोर पी टोप्पो की पहली पुण्यतिथि के अवसर पर होनेवाले कार्यक्रम की तैयारी को लेकर आज गुमला जिला के चैनपुर में आयोजित महत्वपूर्ण बैठक में भाग लेने के लिये पूर्व मंत्री बंधु तिर्की और मांडर विधायक शिल्पी नेहा तिर्की चैनपुर पहुँचे.


बैठक में अपने विचार व्यक्त करती हुई मांडर की विधायक शिल्पी नेहा तिर्की ने कहा कि न केवल चैनपुर या गुमला बल्कि पूरे झारखण्ड और देश के लिये भी यह गर्व की बात है कि एशिया के पहले आदिवासी बिशप दिवंगत आत्मा स्व. कार्डिनल तेलेस्फोर पी टोप्पो जी हमारे अपने हैं और हम सभी के बीच से निकलकर उन्होंने अपनी जन्मभूमि के साथ ही आदिवासियों को गौरवान्वित किया है. बाद में श्री तिर्की के साथ ही विधायक श्रीमती तिर्की और अन्य लोग स्वर्गीय कार्डिनल के पैतृक गाँव चैनपुर प्रखण्ड के रामपुर पंचायत के ग्राम झाड़गाँव पहुँचे और उनके परिवारजनों एवं वंसजों से मुलाकात की.


कैथोलिक कलीसिया के इतने बड़े पद पर पहुँचने वाले कार्डिनल तेलेस्फोर पी टोप्पो एशिया के पहले आदिवासी बिशप थे और बिशप बनने के बाद उन्होंने प्रभु का मार्ग तैयार करो जैसे प्रेरणादायी वाक्य को अपना आदर्श वाक्य चुना.
आज की महत्वपूर्ण बैठक और स्वर्गीय कार्डिनल के पैतृक गाँव के भ्रमण के दौरान चैनपुर पल्ली के पुरोहित एवं सरना प्रार्थना सभा की राधा तिर्की मुख्य रूप से उपस्थित थीं.

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