पूर्व सांसद फुरकान अंसारी ने राहुल गांधी जी और मुख्यमंत्री चंपई सोरेन को झारखंड में जातीय जनगणना को मंजूरी देने पर दी बधाई
जिस जाति की जितनी संख्या इसी आधार पर हिस्सेदारी तय हो-फुरकान अंसारी
जातीय जनगणना भी एक्स-रे मशीन की तरह जिससे सारा भागीदारी और हिस्सेदारी स्पष्ट हो जाएगा
बिहार के बाद अब झारखंड में भी जातीय जनगणना होगी। सीएम चंपई सोरेन ने इसकी सहमति दे दी है। इस निर्णय का स्वागत करते हुए पूर्व सांसद फुरकान अंसारी ने कहा कि राहुल गांधी जी ने पूरे देश में जातीय जनगणना की मांग की है। खासकर जहां हमारी यूपीए महागठबंधन की सरकार है वहां जातीय जनगणना का निर्णय लिया गया है। इसी क्रम में झारखंड के मुख्यमंत्री श्री चंपई सोरेन ने जातीय जनगणना का निर्णय लिया है वह काफी ठोस और सराहनीय है। देश के भावी प्रधानमंत्री राहुल गांधी जी का जो सपना था उसे मुख्यमंत्री जी ने पूरा करने का काम किया है।
आगे पूर्व सांसद ने कहा की जाति जनगणना की मांग काफी लंबे समय से उठती रही है ताकि झारखंड में भी यह स्पष्ट हो कि किस जाति की कितनी संख्या है और इसी आधार पर हिस्सेदारी तय होनी चाहिए। साथ ही साथ झारखंड में सरकारी सुविधाओं का मिलना तय किया जाना चाहिए।कई नौकरियां में भी इस कारण पेंच पैदा होती रही है। साथ ही साथ यह भी उजागर हो जाएगा की जो समाज पिछड़ा हुआ है उसका हिस्सा किसने खाया है। इसलिए मैं राहुल गांधी जी और मुख्यमंत्री चम्पई सोरेन जी को बधाई देता हूं जिन्होंने इतनी बड़ी ऐतिहासिक फैसला लिया। एक्स-रे मशीन से जिस प्रकार बीमारियां उजागर होती है ठीक उसी प्रकार जातीय जनगणना भी एक्स-रे मशीन की तरह है जिससे साफ जाहिर होगा कि किसका कितना भागीदारी है और किसकी कितनी हिस्सेदारी है। किसने किसका हक एवं अधिकार छीना है यह स्पष्ट हो जाएगा