केज कल्चर से मत्स्यपालन का किया अवलोकन
विशेष संवाददाता
रांची। त्रिपुरा राज्य के 25 मत्स्य कृषकों तथा मत्स्य विभाग के पदाधिकारियों का एक दल झारखंड में केज कल्चर के स्थल भ्रमण हेतु आया है। इस दल का नेतृत्व रत्नदीप साहा, मत्स्य पदाधिकारी, धलाई जिला तथा अघोर देवबर्मन, मत्स्यपालन अधीक्षक, गोमाती जिला कर रहे हैं। इस दल में 20 मत्स्य कृषक हैं, जो गंडाटीउशा, कर्बोक, प्रखंड के हैं। त्रिपुरा से आए मत्स्य कृषक रांची जिले के खेलारी स्थित कोल माइंस में लगाए गये केज का अवलोकन किया। साथ ही रातू स्थित निशांत कुमार के बायोफ्लाक एवं आरएएस का भी भ्रमण किया। मत्स्य कृषकों का यह दल 14 अक्टूबर तक झारखंड में रह कर हजारीबाग, सरायकेला खरसावां, कोडरमा, बोकारो, रामगढ़ आदि जिलों में केज में मछलीपालन तकनीकी का अवलोकन करेंगे तथा अपने राज्य में स्थित डुम्बूर डैम में केजपालन करेंगे। डुम्बूर डैम में करीब 1500 केज लगाए गए हैं। जहां झारखंड की केज पालन तकनीक को अपने राज्य में उतारेंगे। उक्त जानकारी झारखंड के मत्स्य निदेशालय के पदाधिकारी प्रशांत कुमार दीपक ने दी।