जिसकी जितनी आबादी, उसकी उतनी हिस्सेदारी, राहुल गांधी का फार्मूला पांच राज्यों में फेल – शमीम अख्तर आजाद
2024 के लोकसभा चुनाव में इंडिया महागठबंधन के नेताओं मल्लिकारजून खड़गे, श्री वेणुगोपाल ,श्रीमती सोनिया गांधी एवं राहुल गांधी का फार्मूला और कथन फेल होता नजर आ रहा है। एक तरफ कांग्रेस मुसलमानों को बीजेपी का डर दिखती है तो दूसरी तरफ भाजपा छोड़कर आए नेताओं को टिकट देकर सम्मानित करती है। देश और संविधान बचाने की जिम्मेदारी क्या सिर्फ मुसलमानों के लिए है ? यह घिनौना खेल नव सेकुलरवाद की नई परिभाषा तो नहीं? एक तरफ 2% ,3% वालों को कांग्रेस पार्टी टिकट देती है तो दूसरी तरफ 18%, 20% से लेकर 33% प्रतिशत मुस्लिम आबादी में मुसलमानों को टिकट से वंचित कर देती है। झारखंड में 14 लोकसभा सीट में मुस्लिम आबादी 15 प्रतिशत प्रतिनिधित्व शून्य, महाराष्ट्र में 48 सीट मुस्लिम आबादी 12 प्रतिशत प्रतिनिधित्व शून्य, दिल्ली में 7 सीट मुस्लिम आबादी 12 प्रतिशत प्रतिनिधित्व शून्य, राजस्थान में 25 सीट 9 प्रतिशत मुस्लिम आबादी प्रतिनिधित्व शून्य, मध्य प्रदेश में 29 सीट 7 प्रतिशत मुस्लिम आबादी प्रतिनिधित्व शून्य, इस आंकड़े से ऐसा लगता है कि महागठबंधन मुसलमानो को राजनीति में अघोषित अछूत समझती है। झारखंड में साहिबगंज, गोड्डा, पाकुड़ , गिरिडीह, जामताड़ा और देवघर ऐसे जिले हैं जहां मुस्लिम आबादी 20% से भी अधिक है, राजमहल में मुस्लिम आबादी 33 परसेंट है जो ( st) रिजर्व सीट है। इंक्लूसिव राजनीति और सेकुलर वाद राजनीति की हिमायत करने वाली इंडिया महागठबंधन की सहयोगी पार्टियां भी मुस्लिम मुद्दोंऔर टिकट देने के मामले पर फेल साबित हो रही है।
आज कांग्रेस पार्टी में वैसे लोग प्रदेश संगठन और केंद्र संगठन में बैठे हुए हैं जो बाहर से हाथ छाप कांग्रेसी और अंदर से फूल छाप कांग्रेसी है उनकी आत्मा विचार नीति एवं मूल्य भाजपा के हाथों गिरवी है। तो क्या अब यह मान लिया जाए कि देश के मुसलमान अब सिर्फ कांग्रेस पार्टी के बंधुआ मजदूर हैं?, या मुसलमानो में चुनाव लड़ने की क्षमता नहीं है? झारखंड के मुद्दे पर मुस्लिम आवाम द्वारा विरोध की शुरुआत तो हो ही गई है, अब देखना है कि कांग्रेस पार्टी के रणनीतिकार डैमेज कंट्रोल कैसे करते हैं उनकी योग्यता एवं क्षमता मुस्लिम आवाम जरूर देखना चाहेगी। कांग्रेस पार्टी के अदूरदर्शी, दिशाहीन एवं अविवेकी नेताओं को समर्पित।
शमीम अख्तर आजाद अध्यक्ष रांची जिला मोमिन कॉन्फ्रेंस