बिरसा जैविक उद्यान में सैलानियों को 6 नए शुतुरमुर्ग के बच्चों को देखने को मिलेगा
उद्यान में 5 सालों बाद जन्म लिए शुतुरमुर्ग के 6 बच्चे,
संवाददाता:मोहसीन आलम
ओरमांझी- भगवान बिरसा जैविक उद्यान ओरमांझी घूमने आने वाले सैलानियों को अब 6 नए शुतुरमुर्ग के बच्चों को देखने को मिलेगा,उद्यान में शुतुरमुर्ग के 6 बच्चों का जन्म हुआ है।शुतुरमुर्ग के अंडे को फटने में लगभग 50 से 60 दिन लगते हैं, शुतुरमुर्ग का प्रजनन का समय ठंड का मौसम होता है, प्रत्येक शुतुरमुर्ग एक दिन छोड़कर एक अंडा देती है, 1 महीने अंदर 10 से 12 अंडे देने के बाद शुतुरमुर्ग अंडे का सेखना शुरू करती है नर और मादा शुतुरमुर्ग बारी-बारी से अंडे को सकते हैं।
शुतुरमुर्ग के जन्म पर जैविक उद्यान के निर्देशक जब्बर सिंह ने बताया कि 5 सालों के बाद शुतुरमुर्ग के बच्चों का जन्म उद्यान में हुआ है,चुकी शुतुरमुर्ग ठंड के मौसम में अंडे देते थे और बे मौसम बारिश के कारण शुतुरमुर्ग एक महीने तक अंडा सेकना के बाद एंड को छोड़ देते थे। इस बार अक्टूबर महीने में ही अंडे देना शुरू हो गया था नवंबर माह की शुरुआत में ही शुतुरमुर्ग ने अंडा को सेकना शुरू कर दिया था और 50 दिन के बाद शुतुरमुर्ग के बच्चों के अंडे से बाहर निकले ,शुतुरमुर्ग के बच्चे के प्रजन्न की सफलता में उद्यान के पशु चिकित्सक डॉक्टर ओमप्रकाश साहू,वन क्षेत्र पदाधिकारी रामबाबू कुमार, जीव वैज्ञानिक विवेकानंद कुमार पार्थ सारथी मंडल वनरक्षक, वनरक्षी राकेश अवस्थी, ललन कुमार और पशुपालक भोला कुमार का अहम योगदान रहा।