शिक्षकों को एम ए सी पी देने के वादे को पुरा करे सरकार
राँची, 18 सितंबर, 2024,
एम ए सी पी सहित शिक्षकों की महत्वपूर्ण मांगों के संबंध में झारखंड प्रदेश संयुक्त शिक्षक मोर्चा के सभी घटक संगठन के शिक्षक प्रतिनिधियों द्वारा वर्चुअल बैठक कर कार्य योजना की रूपरेखा तैयार की गई।
वर्चुअल बैठक की अध्यक्षता मोर्चा के संयोजक श्री विजय बहादुर सिंह ने किया एवं संचालन प्रवक्ता सह प्रदेश मीडिया प्रभारी श्री अरुण कुमार दास ने किया। उक्त बैठक में लिये गये निर्णय की जानकारी देते हुए मोर्चा के प्रदेश संयोजक अमीन अहमद एवं प्रदेश प्रवक्ता अरुण कुमार दास ने कहा कि राज्य के शिक्षकों के निम्नलिखित मांगों पर कार्य योजना बनाई गई है। मोर्चा द्वारा अविलंब निम्न मांगो को पुरा करने की मांग राज्य सरकार से की गई है। मांगे पूरी नहीं होने पर वाध्य होकर मोर्चा आंदोलन का रास्ता अख्तियार करेगी।
- चुनाव आचार संहिता के पूर्व राज्य कर्मियों के समान के सभी कोटि के शिक्षकों को एम ए सी पी का लाभ त्वरित देकर राज्य सरकार के द्वारा किए गए वादे को पुरा किया जाय।
- शिक्षकों सहित सभी राज्यकर्मियों को स्वास्थ्य बीमा योजना से आच्छादित किया जाय।
- छठे वेतन आयोग के अनुशंसा के अनुरूप उत्क्रमित वेतनमान का निर्धारण कर शिक्षकों के साथ न्याय किया जाय।
- शिक्षकों की सेवा निवृति उम्र 60 वर्ष से 62 वर्ष कर विद्यालयों में शिक्षकों की कमी को दूर किया जाय।
- शिक्षकों को जबरन अपने निजी मोबाइल से बायोमेट्रिक अटेंडेंस बनाने के विरुद्ध दायर याचिका पर माननीय उच्च न्यायालय के आदेश के अनुरूप reasoned order यथाशीघ्र विभाग से निर्गत किया जाय।
- प्रधानाध्यापक सहित सभी ग्रेडों में यथाशीघ्र नियमानुकूल सभी जिलों में अविलंब प्रोन्नति दिया जाय।
- पांच वर्ष की निर्बाध सेवा पूर्ण करने वाले शिक्षकों को अंतर्जिला स्थानातंरण में एक मौका सभी शिक्षकों को दिया जाय।
ऐसे कई ज्वलंत मामलों पर चर्चा के उपरांत उसे गति देने की कार्य योजना के अनुरूप सचिवालय एवं सबंधित माननीय मंत्री गण के साथ माननीय मुख्यमंत्री से मिलकर सरकार के द्वारा किये गए अपने वादा को यथाशीघ्र शिक्षा एवं शिक्षक हित में पूर्ण करने की दबाव बनाया जायेगा।
बैठक में प्रमुख रुप से मोर्चा के प्रदेश संयोजक अमीन अहमद, विजय बहादुर सिंह, आशुतोष कुमार, अरुण कुमार दास, अंजय अग्रवाल, राम कुमार साहू, एनामूल हक़, तौहीद आलम, गौतम बैरागी, गाँधी जी, मक़सूद ज़फ़र हादी, भुनेश्वर् मुंडारी सहित राँची, रामगढ़, लोहरदगा, गुमला, गोड्डा, देवघर, खूंटी, चाईबासा, बोकारो आदि जिले कई शिक्षक प्रतिनिधि शामिल थे।