उर्दू शिक्षक संघ का शिक्षक समागम आयोजित, उर्दू के हक की लड़ाई जारी रखने का आह्वान


उर्दू के हुक़ूक़ के लिए सभी को आगे आना पड़ेगा : अमीन अहमद
रांची/जमशेदपुर, 19/01/2025,
झारखंड राज्य उर्दू शिक्षक संघ का राज्य स्तरीय शिक्षक समागम सह मिलन समारोह डिमना झील में संपन्न हुआ। जिसमें राज्य के विभिन्न जिला के शिक्षक प्रतिनिधि शामिल हुए। रांची, गुमला, लोहरदगा, बोकारो, पूर्वी सिंहभूम, सरायकेला खरसावां, पश्चिमी सिंहभूम आदि जिला से आये संघ के पदाधिकारी शिक्षक समागम में शामिल हुए।

पूर्वी सिंहभूम एवं सरायकेला-खरसावां जिला के संयुक्त तत्वाधान में शिक्षक समागम सह मिलन समारोह का सफल आयोजन डिमना झील, जमशेदपुर में किया गया। मुख्य अतिथि केंद्रीय महासचिव अमीन अहमद थे तथा केंद्रीय अध्यक्ष अब्दुल माजिद खान की अध्यक्षता में समागम हुआ। रांची से केंद्रीय महासचिव अमीन अहमद, प्रवक्ता शहजाद अनवर, अध्यक्ष अब्दुल माजिद खान, उपाध्यक्ष साबिर अहमद, खजांची मकसूद जफर हादी, लोहरदगा जिला के अध्यक्ष एनामुल हक, सचिव तौहीद आलम, उपाध्यक्ष शहादत हुसैन, अली रजा अंसारी एवं आलमीन अंसारी, गुमला के जिला अध्यक्ष सरवर आलम एवं शमीम खान, बोकारो से जिला अध्यक्ष मुफीद आलम, सचिव शहनवाज अंसारी एवं मो जिलानी, सरायकेला से अध्यक्ष गुलाम अहमद, उपाध्यक्ष अब्दुल गफ्फार अंसारी एवं सचिव रुबी तरन्नुम एवं पूर्वी सिंहभूम के संरक्षक साजिद अंसारी, अध्यक्ष मोहम्मद शहाबुद्दीन अंसारी, उपाध्यक्ष एजाज अख्तर, फैय्याज आलम, मो सलीम, मोजाहिद निसार, अरशद आलम अंसारी, खुर्शीद अहमद, सरवर आलम अंसारी, महबूब आलम, मतीन अंसारी, शाहीद एकबाल, आलमगीर आलम, मो एहतेशाम, नुरुल हसन, जफरूल हसन, इस्तियाक अहमद, शमीम अहमद, अफसर अली, इलियास अहमद, अफताब आलम, इकराम आलम, कैसर आलम अंसारी, नौशाद आलम, प्रो जावेद अख्तर मुख्य रूप से शामिल हुए। इसके अतिरिक्ति बड़ी संख्या में शिक्षक-शिक्षिकाएं मौजूद थे।

उर्दू के हुक़ूक़ के लिए सभी को आगे आना पड़ेगा : अमीन अहमद
मुख्य अतिथि केंद्रीय महासचिव अमीन अहमद ने अपने संबोधन में कहा कि उर्दू शिक्षकों को अपने हक व हकुक के लिए आगे आने की जरूरत है। व्हाट्सएप फेसबुक से किसी भी समस्या का समाधान नहीं कर सकते हैं, इसके लिए मजबूती के साथ तमाम जिलों में झारखंड राज्य उर्दू शिक्षक संघ के बैनर को मजबूत करना होगा। जबसे झारखंड राज्य उर्दू शिक्षक संघ वजूद में आई है तब से आज तक यह संघ उर्दू शिक्षकों, छात्रों, उर्दू भाषा के विकास और अन्य समस्याएं जैसे शुक्रवार की छुट्टी, गैर योजना को योजना मद में बहाल करवाने जैसे बुनियादी मसलों पर कार्य करती आ रही है। उन्होंने अफसोस जाहिर करते हुए कहा कि झारखंड राज्य उर्दू शिक्षक संघ से पहले से बहुत सारे संघ हैं, परंतु किसी संघ ने हमारी जायज मांगों को शिक्षा विभाग में नहीं रख सका। जिसके चलते हजारों उर्दू यूनिट पर बहाली नहीं हो सकी, सैकड़ों की संख्या में उर्दू प्राइमरी मिडिल स्कूल के यूनिट पर गैर उर्दू भाषी शिक्षकों को तैनात कर दिया गया है जिसके चलते सही तरीके से उर्दू छात्र-छात्राओं की संख्या नहीं भेजी जाती रही और दिन-ब-दिन उर्दू स्कूल की समस्याएं उलझा कर रख दिया गया। उर्दू के हक के लिए समाज के प्रबुद्ध लोगों को भी आवाज उठाने की जरूरत है, नहीं तो आने वाली नई नस्ल हमें माफ नहीं करेगी।
इस मौके पर आए हुए तमाम अतिथि शिक्षकों-शिक्षिकाओं को गुलदस्ता और नए साल की डायरी उपहार स्वरूप प्रदान किया गया। मौके पर केंद्रीय अध्यक्ष अब्दुल माजिद खान, प्रवक्ता शहजाद अनवर, सचिव इनामुल हक ने कहा कि हम सबको संगठन मजबूत करते हुए हर जिला में शिक्षिकाओं को संघ से जोड़ने की आवश्यकता है। इनके अलावा अली रजा अंसारी, तौहीद आलम शहादत हुसैन, केंद्रीय कोषाध्यक्ष मकसूद जफर हादी, आलमीन अंसारी ने भी अपने अपने विचार रखे। स्वागत भाषण मोहम्मद शहाबुद्दीन अंसारी एवं धन्यवाद ज्ञापन गुलाम अहमद के द्वारा किया गया।
