राजगंज इण्टर कॉलेज राजगंज के छात्रों ने संथाली भाषा दिवस धूम धाम से मनाया
संवाददाता मोहम्मद सलाउद्दीन
तोपचांची धनबाद
राजगंज इण्टर कॉलेज राजगंज में आदिवासी सेचेद आखड़ा द्वारा संचालित मांझी बाबा ओल इतुन आसड़ा के विद्यार्थियों द्वारा संथाली भाषा दिवस बड़े धूम धाम से मनाया गया जिसमें मुख्य अतिथि स्वरूप झामुमों के वरीय नेता रतिलाल टूडू उपस्थित हुए। यहाँ श्री टूडू ने संथाली भाषा लिपि ओलचिकी के रचियता पंडित रघुनाथ मुर्मू को याद कर दिप प्रज्वलित किया। इस सभा को सम्बोधित करते हुए रतिलाल टूडू ने कहा कि भारतीय संविधान की आठवीं अनुसूची भारत की भाषाओं से संबंधित है। इस अनुसूची में 22भारतीय भाषाओं को शामिल किया गया है । प्रारम्भ में 14 भाषाओ को संवैधानिक मान्यता दी गई थी। 22 दिसंबर 2003 को 92 वाँ संविधान संशोधन अधिनियम 2003 में हमारी संथाली भाषा को शामिल किया गया है इस लिए आज के दिवस को बड़ी धूमधाम से मनाया जाता है। हर समाज के प्रत्येक ब्यक्ति को संथाली भाषा सीखनी चाहिए ताकि वे।आदिवासी संस्कृति को नजदीक से समझ सके । उन्होंने सरकार से भी माँग की है कि अंग्रेजी की तरह संथाली को भी प्राथमिक शिक्षा में शामिल किया जाय। इस दौरान अरुण हेम्ब्रम, बिरजू सोरन, मनसा राम मुर्मू,सुधीर हेम्ब्रम, सुरेंद्र हेम्ब्रम, शेखर मुर्मू,लखन लाल टूडू प्रदीप मुर्मू दिलीप हेम्ब्रम आनंद मराण्डी सुनीता कुमारी शबनम कुमारी बहामुनि कुमारी जयराम बेसरा आदि की गणमान्य मौजूद रहे।