सैनिक बाजार मामला: 48 घंटे के भीतर माफी मांगें अन्यथा विधिक कार्रवाई के लिए तैयार रहें: धर्मेंद्र तिवारी
रांची। भारतीय जनतंत्र मोर्चा के केंद्रीय अध्यक्ष और सैनिक बाजार दुकानदार संघ के महामंत्री धर्मेंद्र तिवारी ने कहा कि सैनिक कल्याण निदेशालय के स्टेट हेड रवि जैन ने मेरे विरुद्ध जो आरोप लगाए हैं, वो तथ्यहीन, मिथ्या और सच से कोसों दूर हैं। मैं उन्हें चेतावनी देता हूं कि वह 48 घंटे के भीतर माफी मांगें अन्यथा विधिक कार्रवाई के लिए तैयार रहें। प्रेस कांफ्रेंस में धर्मेंद्र तिवारी ने कहा कि रवि जैन ने यह नहीं बताया कि मई 2023 में साफ-सफाई के नाम पर जो आदेश लिया गया था, उस साफ-सफाई का काम मई में शुरू न होकर अगस्त में क्यों शुरू हुआ? क्या मई माह में लिये गए आदेश को अमली जामा पहनाने में 4 माह का वक्त लग गया? अगर चार माह का वक्त लगा तो यह वक्त साफ-सफाई के लिए नहीं बल्कि किसी और कार्य के लिए दिया गया है। अगर उनकी नियत साफ होती तो हफ्ते भर में साफ-सफाई हो गई होती।
तिवारी ने कहा कि मई 2023 में जो आदेश दिया गया था, उस आदेश को डीएफओ ने पत्रांक 3032 दिनांक 7. 8. 2023 को निरस्त रद्द कर दिया। डीएफओ। ने कहा, इसकी सूचना निदेशालय को भी दी गई थी कि आप लोग साफ-सफाई का कार्य नहीं कर सकते, झाड़ी आदि नहीं कटवा सकते। इसके बावजूद, उस आदेश को ठेंगा दिखाते हुए निदेशालय के लोगों ने 22 अगस्त को क्या सोच कर 20 से 25 साल पुराने वृक्ष काट दिये, इसकी गहन जांच होनी चाहिए। कुल 23 पेड़ों में से 3 पेड़ काट दिये गए। हमें कोई बताए कि क्या पेड़ काटने को ही साफ-सफाई करवाना कहते हैं? वो भी 20 से 25 साल पुराने पेड़? खेल कुछ और है जिसकी जानकारी तमाम तथ्यों के साथ निकट भविष्य में ही आप सभी को दूंगा। वेलफेयर सिनेमा हॉल परिसर में साफ सफाई के नाम पर पेड़ काटना उद्देश्य था ताकि यहां बड़ा शॉपिंग मॉल बनाया जा सके । तिवारी ने कहा कि अखबारों में रवि जैन के हवाले से छपा है कि निदेशालय वीरांगनाओं, विधवाओं की मदद करना चाहता है। मैं भी इनकी मदद करना चाहता हूं पर यह जानना चाहता हूं कि पेड़ काट कर कौन सा विकास कार्य होगा और उन पेड़ों को काटने की क्या जरूरत थी, जिन्हें काटने का आदेश निरस्त कर दिया गया। ये लोग वीरांगनाओं के नाम पर राजनीति कर रहे हैं। तिवारी ने कहा कि रवि जैन ने मेरे ऊपर अपनी राजनीति चमकाने और मीडिया में अपनी छवि चमकाने का आरोप लगाया है। मैं उनसे कहना चाहता हूं कि मैं मीडिया में बीते 40 साल से हूं और उनके बोलने भर से मेरे ऊपर लेशमात्र का भी फर्क नहीं पड़ता। वह गलतबयानी कर रहे हैं और उन्हें अपनी गलतबयानी के लिए 48 घंटों में माफी मांग लेनी चाहिए।