डायन बिसाही के आरोप में निर्दोष लोगों की हत्या मानवता को शर्मसार करने वाली घटना : रानी कुमारी
नारी शक्ति सेना (गुलाबी गैंग) का जागरूकता अभियान जल्द
विशेष संवाददाता
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रांची। झारखंड प्रदेश राष्ट्रीय जनता दल (महिला प्रकोष्ठ) की अध्यक्ष एवं महिला हितों के संरक्षण के लिए समर्पित सामाजिक संस्था ‘नारी शक्ति सेना’ (गुलाबी गैंग) की संस्थापक अध्यक्ष रानी कुमारी ने कहा है कि डायन-बिसाही जैसी कुप्रथा और समाज में व्याप्त अंधविश्वास को लेकर होने वाली हत्याओं को रोकने के लिए व्यापक स्तर पर जागरूकता जरूरी है। इस दिशा में सरकारी एवं गैर सरकारी स्तर पर पहल किए जाने की आवश्यकता है। उन्होंने कहा कि मानवता को शर्मसार करने वाली इस प्रकार की घटनाओं पर रोक के लिए समाज के बुद्धिजीवियों को भी आगे आने की जरूरत है।
रानी कुमारी ने शनिवार को एक प्रेस बयान जारी कर कहा है कि झारखंड में अंधविश्वास के वशीभूत होकर डायन-बिसाही का आरोप लगाकर निर्दोष लोगों की हत्या करने का सिलसिला थम नहीं रहा है। उन्होंने बताया कि वर्ष 2022 में सरकारी आंकड़ों के मुताबिक कुल 28 लोगों की हत्या डायन-बिसाही का आरोप लगाकर कर दी गई। लेकिन हकीकत इससे कुछ अलग है। लगभग 20 से 25 प्रतिशत मामले पुलिस तक पहुंच ही नहीं पाते, क्योंकि कई मामलों में पीड़ित के परिजनों की भी संलिप्तता होती है। मामले में गांव के लोगों की एकजुटता देखते हुए दहशत की वजह से पीड़ित पुलिस तक मामला दर्ज नहीं करा पाते हैं। आमतौर पर प्रताड़ना के अधिकतर मामले गांव-समाज में ही दबकर रह जाते हैं।
उन्होंने कहा कि बीते दिनों लातेहार जिला के चंदवा थाना क्षेत्र के हेसला गांव में ग्रामीणों ने वृद्ध दंपति को बेरहमी से लाठी-डंडों से पीट-पीटकर डायन बिसाही का आरोप लगाते हुए उन्हें मार डाला। इसके पूर्व वर्ष 2019 में गुमला के सिसई में 4 लोगों की हत्या कर दी गई थी। वर्ष 2022 में भरनो के करौंदाजोर गांव में डायन-बिसाही को लेकर दोहरे हत्याकांड में 19 महिलाओं को उम्र कैद की सजा सुनाई गई थी। घटना के बाद आरोपितों के खिलाफ कार्रवाई भी की जाती है। इसके बाद भी डायन बिसाही के आरोप में हत्याओं का सिलसिला थमने का नाम नहीं ले रहा है। इस कुप्रथा पर पूरी तरह अंकुश नहीं लग पा रहा है।
रानी कुमारी ने कहा कि डायन बिसाही जैसी कुप्रथा के कारण विशेषकर सुदूरवर्ती ग्रामीण क्षेत्रों में निर्दोष वृद्ध पुरुष व महिलाओं की हत्या कर दी जाती है। इस पर रोक लगाने के लिए सरकारी और गैर सरकारी स्तर पर पहल करने की जरूरत है। इसके साथ ही अंधविश्वास दूर करने के लिए गांवों में शिक्षा का प्रचार-प्रसार किए जाने की आवश्यकता है।
उन्होंने कहा कि समय-समय पर नारी शक्ति सेना की ओर से कुप्रथाएं दूर करने और इस गंभीर समस्या के निराकरण को लेकर जागरूकता अभियान चलाया जाता है।
उन्होंने डायन बिसाही जैसी कुप्रथा पर अंकुश लगाने के लिए अन्य सामाजिक संगठनों को भी आगे आने की अपील की।