रांची शहर को मिला एक और शहर क़ाज़ी, हाफिज अबुल कलाम बने शहरकाजी
रांची: रांची शहर को मिला एक और शहर क़ाज़ी। हजरत हाफिज मो अबुल कलाम को आज दिनांक 24 जुलाई 2024 को शहर क़ाज़ी बनाया गया। यह निर्णय झारखंड सरकार के राजस्व निबंधन व भूमि सुधार विभाग ने काजी अधिनियम के तहत शक्तियों का प्रयोग करते हुए राज्यपाल के आदेश पर हुआ हैं। राजस्व निबंधन व भूमि सुधार विभाग ने अधिसूचना जारी किया है। जिसमें लिखा है कि काजी अधिनियम 1880 संख्या-12 की कंडिका-2 के अन्तर्गत प्रदत्त शक्तियों का प्रयोग करते हुए झारखण्ड के राज्यपाल के आदेश से हाफिज मो अबुल कलाम पिता स्वर्गीय अली हसन सिंकड़ स्ट्रीट हिंदपीढ़ी को रांची जिलान्तर्गत भारतीय मुस्लिम समुदाय के बीच विवाह अनुष्ठानित करने तथा प्रमाण-पत्र देने हेतु शहर काजी की अनुज्ञप्ति देते हैं एवं उन्हें विवाह निबंधक घोषित करते हैं।
ज्ञात हो कि हाफिज अबुल कलाम 1988 से छोटी मस्जिद हिंदपीढ़ी के इमाम और तरावीह के नमाज पढ़ाते आ रहे है। ज़िकरा अर्बिक स्कूल माली टोला हिंदपीढ़ी में इन्हें के निगरानी में चल रहा है। हाफिज अबुल कलाम दीनी तालीम के साथ मारवाड़ी कालेज से गिरेजवेशन किया और शिक्षा के क्षेत्र में अपना एक अलग पहचान बनाया। इनका फाईल दो वर्ष पहले दिया हुआ था।लेकिन अभी लेटर आया। शहर काज़ी का लेटर आने के बाद हाफिज अबुल कलाम ने झारखंड सरकार के मंत्री हफीजूल हसन अंसारी से उनके आवास पर जाकर फूलो का गुलदस्ता और मिठाई देकर मंत्री जी का शुक्रिया अदा किया। मंत्री जी ने कहा कि रांची शहर में बढ़ती हुई आबादी को देखते हुए आपको शहर काज़ी बनाया है।
इनको शहर क़ाज़ी बनाए जाने पर रांची के उलेमा में खुशी है। मुबारकबाद देने वालो में इमारत शरिया के काज़ी ए शरीयत मुफ्ती मो अनवर कासमी, शहर काजी मुफ्ती क़मर आलम कासमी, शहर के समाजसेवी सह आजसू नेता अशरफ खान चुन्नू, अयूब राजा खान, जमीयत उलेमा झारखंड के कोषाध्यक्ष शाह उमैर, प्रदेश पासवा के अध्यक्ष मास्टर उस्मान, महासचिव मसूद कच्छी, कारी एहसान, डाक्टर इकबाल, अंजुमन के अध्यक्ष हाजी मुख्तार, जमीयतुल एराकीन के महासचिव सैफुल हक, मो मोहसिन,
पत्रकार आदिल रशीद, सेंट्रल मुहर्रम कमिटी के महासचिव अकील उर रहमान, मरहबा ह्यूमन सोसाइटी के महासचिव सैयद नेहाल अहमद, आम जनता हेल्पलाइन के अध्यक्ष एजाज गद्दी, इकरा मस्जिद कमिटी के सरवर खान, मो फहीम, छोटी मस्जिद कमिटी के सचिव मोहसिन, उप सचिव शोएब खान, कमिटी के सारे लोग, मोसलियान, प्रोफेसर महमूद, शारिक, हसन सैफी, समेत कई लोगों ने मुबारकबाद पेश की।