विभिन्न रोगों के इलाज का दर सार्वजनिक रूप से अस्पतालों में प्रदर्शित करने की मांग
विशेष संवाददाता रांची। भ्रष्टाचार पर वार के उद्देश्य से गठित संस्था ‘झारखंड अगेंस्ट करप्शन’ के केंद्रीय संगठन मंत्री व राजधानी के जाने-माने युवा समाजसेवी निपु सिंह ने मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन को पत्र लिखकर निजी अस्पताल संचालकों पर अंकुश लगाने की मांग की है। श्री सिंह ने मुख्यमंत्री से अविलंब इस दिशा में ठोस कदम उठाने का अनुरोध किया है। उन्होंने कहा है कि सरकारी अस्पतालों में आधारभूत संरचनाओं की कमी, चिकित्सकों का अभाव एवं समुचित चिकित्सा सुविधाएं नहीं रहने की वजह से निजी अस्पताल फल-फूल रहे हैं। इलाज के एवज में मरीजों से मनमानी रकम वसूल रहे हैं। उन्होंने कहा कि बेहतर चिकित्सा सुविधा के नाम पर निजी अस्पतालों के प्रबंधक मरीजों को लूट रहे हैं। इस पर सरकार का कोई शिकंजा नहीं है।
विगत दिन टाटीसिल्वे स्थित स्वर्णरेखा अस्पताल में एक मरीज से ऑक्सीजन चार्ज के एवज में 10 हजार रुपए अधिक वसूल लिया गया। मामले में आईएमए के स्टेट सेक्रेटरी डॉ.प्रदीप कुमार सिंह के हस्तक्षेप के बाद अस्पताल प्रबंधन ने अधिक ली गई राशि लौटाई। इसी प्रकार राजधानी के बूटी मोड़ स्थित लाइफ केयर अस्पताल प्रबंधन द्वारा प्राथमिक उपचार के लिए आई एक महिला मरीज के परिजनों से महज तीन घंटे में ही 9900 रुपए वसूल लिए गए। श्री सिंह ने मुख्यमंत्री से आग्रह किया है कि निजी अस्पतालों में इलाज के सभी तरह के शुल्क को एक समान करने का निर्देश दिया जाय। सार्वजनिक रूप से इलाज की दर निजी अस्पतालों के शिलापट्ट पर लगाया जाए, ताकि आम जनता निजी अस्पतालों द्वारा लूट का शिकार न बने।