आतंकवादियों की शरणस्थली पाकिस्तान के खिलाफ सैन्य कार्रवाई सराहनीय : सुकृत भट्टाचार्य


रांची। लोकप्रिय समाजसेवी और श्रीरामकृष्ण सेवा संघ के अध्यक्ष सुकृत भट्टाचार्य ने पाकिस्तान में आतंकी ठिकानों पर भारतीय सशस्त्र बलों की कार्रवाई की सराहना करते हुए कहा कि आतंकवाद के खिलाफ ऐसे अभियान जारी रहने चाहिए। उन्होंने कहा कि पाकिस्तान प्रेम की भाषा नहीं समझता है। उसके विरुद्ध सख्त कार्रवाई जरूरी है। भारतीय सेना ने साहस का परिचय देते हुए आतंकवाद को समूल नाश करने की दिशा में जो कार्रवाई की है, स्वागत योग्य है। श्री भट्टाचार्य ने सेना और केंद्र सरकार की प्रशंसा करते हुए कहा कि ऑपरेशन सिंदूर पहलगाम में बलिदान हुए लोगों के प्रति सच्ची श्रद्धांजलि है। उनके परिजनों के लिए न्यायोचित कदम है। भारतीय सेना की इस कार्रवाई से पाकिस्तान को पता चल गया है कि यदि वह आतंकवादियों को संरक्षण देगा, तो उसका नामोनिशान मिट जाएगा।
श्री भट्टाचार्य ने कहा कि पाकिस्तान प्रेम की भाषा नहीं समझता है, उसके खिलाफ अब वैश्विक स्तर पर कड़ी कार्रवाई जरूरी है। उन्होंने कहा कि पहलगाम में हुए आतंकी हमले के बाद शोक और गहरी पीड़ा से गुजर रहे देशवासियों को सेना के ऑपरेशन सिंदूर से काफी सुकून मिला है। संपूर्ण देश में जश्न का माहौल है। ऐसे समय में हम सभी भारतवासियों ने जो एकजुटता दिखाई है, यह एक मिसाल है। पाकिस्तान की सीमा में घुसकर आतंकी शिविरों को ध्वस्त कर भारतीय सेना ने अदम्य साहस का परिचय दिया है। पहलगाम हमले का बदला लेने के लिए ऑपरेशन सिंदूर के तहत पाकिस्तान में घुसकर आतंकी कैंप को ध्वस्त करना भारतीय सेना का पराक्रम दर्शाता है।
उन्होंने कहा कि भारतीय सेना का इतिहास रहा है कि दुश्मन को खदेड़कर उसके घर में घुसकर मारा है। उसके नापाक मंसूबों को कभी भी सफल होने नहीं दिया है।
श्री भट्टाचार्य ने कहा कि इस हमले से पाकिस्तान अब भी सबक ले, आतंकवादियों की शरणस्थली न बने, अन्यथा उसका विनाश तय है।
