Sunday, September 8, 2024
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मौलाना आजाद भारतीय एकता, सदभाव और मिली जुली संस्कृति के प्रतीक थे मौलाना के विचार और संदेश आज भी प्रासंगिक हैं: हिदायतुल्लाह खान

मौलाना आजाद पुण्यतिथि पर स्मारिका का लोकार्पण
मौलाना आजाद कालेज में भारत के प्रथम शिक्षा मंत्री और भारत रत्न मौलाना अबुल कलाम आजाद की 66 वीं पुण्यतिथि के अवसर पर विशेष समारोह का आयोजन किया गया इस अवसर पर मौलाना आजाद कालेज की ओर से विशेष स्मारिका का प्रकाशन किया गया जिसका लोकार्पण झारखंड राज्य अल्पसंख्यक आयोग के अध्यक्ष श्री हिदायतुल्लाह खान, झारखंड राज्य अल्पसंख्यक आयोग के पूर्व अध्यक्ष श्री कलाम खान, अंजुमन इस्लामिया रांची के अध्यक्ष श्री परवेज़ अहमद, कालेज के सचिव श्री इम्तेयाज अली और आगत अतिथियों ने संयुक्त रूप से किया
मौलाना आजाद के पुण्यतिथि पर आयोजित कार्यक्रम में बोलते हुए मुख्य अतिथि श्री अल्पसंख्यक आयोग के अध्यक्ष श्री हिदायतुल्लाह खान ने कहा कि मौलाना आजाद भारतीय एकता, सदभाव और मिली जुली संस्कृति के प्रतीक थे मौलाना के विचार और संदेश आज भी प्रासंगिक हैं
झारखंड अल्पसंख्यक आयोग के पूर्व अध्यक्ष श्री कमाल खान ने कहा कि मौलाना आजाद गंगा जमुनी तहजीब के मजबूत स्तंभ थे इन्होंने अखण्ड भारत की मजबूती के लिए आजीवन काम किया और आज भी हमें मौलाना आजाद के विचार प्रेरित कर रहे हैं कि हम मिल जुल कर रहे
कार्यक्रम में बोलते हुए अंजुमन इस्लामिया रांची के अध्यक्ष और कालेज प्रबंधन समिति के अध्यक्ष श्री मोख्तार अहमद ने कालेज के संबंध में विस्तार से बताया और भावी योजनाओं की रूप रेखा प्रस्तुत किया
कार्यक्रम में कालेज के सचिव श्री इम्तेयाज अली, पूर्व पार्षद मो असलम, समाज सेवी नदीम इकबाल, रंजन पासवान, हाजी जाकिर, नौशाद अंसारी फारूक भाई,,प्राचार्य डॉ परवेज़ अख्तर, इंटर प्रभारी डॉ मो० ओबैदुल्लाह, डॉ मालती शर्मा, डॉ अनवर अली, प्रो महमूद आलम, डॉ इलियास मजीद, डॉ अशरफ हुसैन, डॉ फिरदोस जबीं, डॉ फिरदोस वली, डॉ जया अल्तमस, लाइब्रेरियन गुल फरहा, बडा़ बाबु परवेज़ अहमद, पी आलम, हैदर, सहित अन्य शिक्षक एवं शिक्षेत्तर कर्मचारी और छात्र छात्राएं उपस्थित रहे
डॉ इलियास मजीद
विभागाध्यक्ष, इतिहास विभाग,
मौलाना आजाद कालेज

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