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लहू बोलेगा एक बार फिर अपने काम का लोहा मनवाया

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थैलेसेमिया पीड़ित एवं मदर डे के उपलक्ष्य में आज “लहू बोलेगा” रक्तदान संगठन रांची के द्वारा सत्य भारती सभागार,डॉ क़ामिल बुल्के पथ,मेन रोड़ रांची में थैलेसीमिया एवं सिकल सेल एनीमिया के पीड़ित बच्चों द्वारा रक्तवीरों का सम्मान “THANK YOU UNCLE” शीर्षक के नाम से कार्यक्रम हुआ साथ ही पीड़ित मरीज़ के परिजनों से संवाद कार्यक्रम भी हुआ।

इस कार्यक्रम में थैलेसेमिया एवं सिकल सेल एनीमिया पीड़ित मरीज़ बच्चें के द्वारा 15 बार से अधिक रक्तदान कर चुके नियमित रक्तदाता पत्रकार एवं रांची प्रेस क्लब के निर्वचित जिम्मेदार सौरभ शुक्ला,पत्रकार आदिल हसन, फोटोजर्नलिस्ट संदीप नाग,मेहर खालसा के हर्षवर्धन,सामाजिक कार्यकर्ता साज़िद उमर को पुष्प देकर और मैडल पहनाकर सम्मानित किया गया।

कार्यक्रम में थैलेसीमिया एवं सिकल सेल एनीमिया पीड़ित बच्चों के परिजन चितरपुर (रामगढ़),राहे(रांची) एवं रांची के अन्य जगहों से आए हुए थे।

सिकल सेल एनीमिया पीड़ित मरीज़ बच्चों में चंद्रशेखर अहीर(5 वर्ष)चंदन अहीर(10 वर्ष), थैलेसेमिया पीड़ित हर्ष प्रतिक(2 वर्ष),सिकल सेल एनीमिया शीतल कुमारी(17 वर्ष), थैलेसेमिया पीड़ित अभय कुमार(14 वर्ष) थैलेसेमिया पीड़ित सोनम कुमारी(13 वर्ष) एवं 13 वर्षीय मृतक थैलेसेमिया पीड़ित मरीज़ बच्चें के पिता बजरंगी(रांची के हॉकर) सहित सिकल सेल एनीमिया पीड़ित मरीज़ब समरूद्दीन खान(47 वर्षीय) एवं उनके परिजन उपस्थित थे।

थैलेसेमिया एवं सिकल सेल एनीमिया के पीड़ित बच्चों के परिजनों ने लहू बोलेगा के कार्यक्रम सराहा और कहा कि थैलेसेमिया एवं सिकल सेल एनीमिया बच्चों को अधिकांश बार बिन डोनर के ब्लड नही मिलता,अब हमलोगों को महीनें में एक से तीन बार ब्लड चढ़ाने की जरूरत पड़ती है परिवार में इतने लोग नही होते है कि वह महीनें-महीनें ब्लड दें,ऐसे भी 6 महीनें के बच्चें से लेकर 18 साल तक ब्लड डोनेट कर चढ़ा दिया कुछ लोग प्रकिय में है कुछ तो 47 वर्ष के आदमी को 30 सालों से ब्लड चढ़ रहा है कितनी बेइंतहा पीड़ा होती है वह हमलोग ही जानते है,कई पीड़ितों का कार्ड बना हुआ है फिर भी बिन डोनर के ब्लड जल्दी नही मिलता है,कई का तो कार्ड ही नही बना हुआ है,सरकारी ब्लड बैंक में अमानवीय एवं अशोभनीय व्यवहार लगातार किया जाता है तब ख़ासकर जब बिन डोनर के 6 से 9 पॉइंट होमोग्लोबिन हो तो,हमलोगों बहुत दूर से दूर आते है रांची सुदूरवर्ती इलाके से लेकर झारखंड के अलग अलग जिलों समेत कुछ दूसरे राज्यों से भी जैसे पुरुलिया (प.बंगाल),उड़ीसा,छत्तीसगढ़,बिहार से भी पीड़ित मरीज़ आते है।

लहू बोलेगा माननीय स्वास्थ्य मंत्री एवं झारखंड सरकार से मांग करती है कि इनके साथ बैठे इनके मामलों को संज्ञान में लें।
लगातार थैलेसेमिया-सिकल सेल एनीमिया पीड़ित मरीज़ों की संख्या बढ़ रही है अभी रांची में 1240 बच्चें निबंधित है जिसमें दूसरे ज़िलें से भी दो-चार पीड़ित है,मगर फ़िर भी झारखंड के हर ज़िलें में 60 से 250 तक पीड़ितों की संख्या है। ऐसे बच्चों के लिए पूरे झारखंड में एक ही डॉक्टर रांची में उपलब्ध है और एक ही व्यवस्था का केंद्र “डे केयर” रांची में है,जिस पर ठोस सजगता के साथ व्यवहारिक-तार्किक- सज़ग क्रियान्वयन एवं नीति की जरूरत है।


रक्तदान के हर स्तर के जनजागरुकता को व्यापक स्तर में शुरू किया जाए जिसकी अभी ख़ासकर जरूरत भी है,रक्तदान में लगे हर पहलू को ठीक कर चुस्तदुरुस्त कर अभियान को तेज़ किया जाए(जैसे वातानुकूलित वॉल्वो बस,जनजागरुकता पर्चा,ब्लड में सम्पूर्ण इक्यूपमेंट,रिफ्रेशमेंट चार्ज बढ़ाना आदि शामिल है)

लहू बोलेगा के द्वारा थैलेसीमिया-सिकल सेल एनीमिया बच्चों के लिए अभियान जारी रहेगा साथ जल्द ही एक प्रतिनिधिमंडल झारखंड सरकार के माननीय स्वास्थ्य मंत्री श्रीमान डॉ इऱफान अंसारी साहब से मिलेगा।

आज के कार्यक्रम के मुख्य अतिथि झारखंड राज्य अल्पसंख्यक आयोग के उपाध्यक्ष श्रीमान शमशेर आलम साहब को लहू बोलेगा द्वारा पुष्प देकर एवं अंगवस्त्र पहनाकर स्वागत किया गया।

कार्यक्रम में लहू बोलेगा के द्वारा सभी पीड़ित मरीज़ बच्चों एवं उनके परिजनों सहित हॉल में उपस्थित लोगों को पानी,बिस्कुट,चॉकलेट,
पुष्प एवं लहू बोलेगा का पर्चा रक्तदान अभियान का पर्चा”रक्तदान क्यों करें” और गिफ़्ट में कीरिंग दिया गया।

माननीय उपाध्यक्ष श्री शमशेर आलम साहब ने कहा कि लहू बोलेगा रक्तदान और समाज हित में 8 सालों से बेहद सराहनीय कार्य कर रही है जो मुझे इनके कार्यों के ऐहसास भी है मुझे इस मानवीय कार्यक्रम में आकर ख़ुशी हो रही है और मैं भी इनके लिए पहल करूंगा।

कार्यक्रम में लहू बोलेगा के नदीम खान,मो फ़हीम,अकरम राशिद,असफ़र खान,साज़िद उमर,मेहर खालसा के हर्षवर्धन एवं थैलेसेमिया-सिकल सेल एनीमिया मरीज़ के परिजन में सुरेश अहीर,समरूद्दीन खान, रामवृक्ष महतो,पिंकी देवी,धीरेंद्र प्रसाद,बजरंग भुईया,राजेंद्र प्रजापति एवं अन्य शामिल थे।

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