ओरमांझी के बिरसा जू में पशु पक्षियों को ठंड से बचने के लिए दि जा रही हैं विशेष सुविधाएँ
हाथी लखीरानी व सम्राट ले रहे अलाव व हीटर की गर्मी के मजे
संवादाता:मोहसीनआलम
ओरमांझी। भगवान बिरसा जैविक उद्यान के पशु पक्षियों को ठंड से बचाने के लिए उद्यान प्रशासन द्वारा विशेष सुरक्षा दी जा रही है। जैविक उद्यान के बाघ,शेर, तेंदुआ, भालू व माउस बिल्ली को बैठने के लिए बिचाली बिछा दिया गया है। वहीं उद्यान के बाघ मलिक अनुष्का,ताप्ति व कावेरी सहित अन्य बाघ केज में हीटर व ब्लोअर लगाया गया हैं। हाथी लखीरानी व सम्राट अपने केज में अलाव से गर्मी का मजे ले रहे हैं। सांपों की सुरक्षा के लिए भी विशेष इंतजाम किए गए हैं। ठंड को लेकर सांपघर सैलानियों के लिए बंद कर दिया गया है। इसकी जानकरी देते हुए जैविक उद्यान के पशुचिकित्सक डॉ आमप्रकाश साहू ने बताया कि ज्यादातर उद्यान के पशु-पक्षियों को ठंड से बचाने के लिए केज में जूट का पर्दा लगा दिया गया है। वहीं सामान्य भोजन के साथ कुछ
वन्य पशु पक्षियों को मिल रहा मल्टी विटामीन
उद्यान के जानवरों के खान पान में परिर्वतन भी किया गया है। वहीं वन्य कर्मियों को उद्यान में वन्य पशु पक्षियों पर विशेष नजर रखने को कहा गया है। व्यवहार में परिवर्तन देख तत्काल सूचना देने का भी निर्देश दे दिया गया है। वहीं वृद्ध शेरनी जया (15 वर्ष) बीमार चल रही है। जिसका उपचार के साथ ठंड से बचने के लिए विशेष व्यवस्था की गई है।
उद्यान पशुओं को मिल रही मल्टी विटामीन-जैविक उद्यान के पशु-पक्षियों के समान्य भोजन में कुछ बदलाव करते हुए उन्हे मल्टी विटामीन दवा भी दी जा रही है। मांशाहारी पशुओं को बैठने के लिए
बीमार वृद्ध शेरनी का रखे जा रहे विशेष ख्याल
» बाघ शेर तेंदुआ ले रहे हीटर व ब्लोअर का मजा
15 फरवरी को खुलेगा सांपघर
कोल्ड बल्डेड होने के कारण 15 नवंबर से ही सांपघर बंद कर दिया गया है। साथ ही सांपों की सुरक्षा के लिए सांपों के केज में बिचाली व जूट को बोरा डाल दिया गया है। ठंड कम होने के बाद 15 फरवरी को फिर से सांपघर सैलानियों के लिए खोल दिए जाने की संभावना है।
बिछा दिया गया है। वहीं भोजन में मटन के साथ दुध व अंडा भी दी जा रही है। देशी मोर को भी अंडा मिल रहा है। लकड़बघा व सियार को भी सामान्य भोजन के साथ विटामीन भी दी जा रही है। वहीं भालू को आयरन टॉनिक मिल रहा
है। इसके अलावा चीतल सांभर, काला व सफेद हीरन को पुआल का बिछावन व भोजन के साथ मिनरल व मिक्सचर दी जारी है। कई मांसाहारी पशुओं के भोजन में अंडा व मीट का मात्रा भी बढ़ा दी गई है।