एसएसबी की 26वीं वाहिनी के कैंप में मत्स्यपालन पर तीन दिवसीय प्रशिक्षण का समापन
प्रशिक्षणार्थियों को बांटे गए टूल किट और प्रमाण पत्र, रोजगार का एक सशक्त साधन है मत्स्यपालन : एसडी सेरखरे
आर्थिक सशक्तिकरण में सहायक है मत्स्यपालन : संजय कुमार गुप्ता
रांची। जिले के तमाड़ प्रखंड के बासुकोचा गांव में सशस्त्र सीमा बल (एसएसबी) की 26वीं वाहिनी के तत्वावधान में मत्स्यपालन पर तीन दिवसीय प्रशिक्षण का समापन सोमवार को हुआ। तत्पश्चात प्रशिक्षणार्थियों के बीच प्रमाण पत्र वितरण किया गया।
इस मौके पर वाहिनी कमांडेंट एसडी सेरखरे , सुमन गोराई, सहायक कमांडेंट, सिद्धार्थ आर के साथ-साथ संजय कुमार गुप्ता, उप मत्स्य निदेशक, प्रशांत कुमार दीपक, मुख्य अनुदेशक, स्वर्णलता मधु लकड़ा, मत्स्य प्रसार पदाधिकारी, आशीष कुमार उपस्थित थे।
मौके पर सफल प्रशिक्षणार्थियों को प्रमाण पत्र तथा टूल किट वितरित किये गये।
श्री सेरखरे ने प्रशिक्षणार्थियों का उत्साहवर्धन करते हुए कहा कि मत्स्य पालन को रोजगार के रूप में अपनाकर अपनी आमदनी तो करते ही हैं, साथ में अपने गांव में अन्य लोगों के लिए रोजगार के साधन भी उपलब्ध कराया जा सकता है। बढ़ती आबादी के कारण सभी लोगों को नौकरी दे पाना संभव नहीं है। इसलिए मत्स्य पालन, कुक्कुट पालन, डेयरी पालन आदि रोजगार के अन्य साधन हैं ,जिसे अपनाकर किसान गरीबी को दूर कर सकते हैं। कार्यक्रम को संबोधित करते हुए उप मत्स्य निदेशक ने बताया कि सरकार द्वारा जीवकोपार्जन की अनेक योजनाएं चलाई जा रही है। प्रशिक्षण के उपरांत किसान उसका लाभ उठा सकते हैं। केसीसी लोन प्राप्त कर सकते हैं। इस अवसर पर प्रतिभागियों ने अपने अनुभवों को साझा किया। धन्यवाद ज्ञापन सिद्धार्थ आर. सहायक कमांडेंट ने किया।