धर्म के नाम पर राजनीति करने वालों का झारखंड में कोई स्थान नहीं:मेहुल प्रसाद
धर्म के नाम पर राजनीति करने वालों का झारखंड में कोई स्थान नहीं:मेहुल प्रसाद
रांची। झारखंड प्रदेश युवा कांग्रेस के प्रदेश महासचिव मेहुल प्रसाद ने भाजपा के “बंटोगे तो कटोगे” जैसे विभाजनकारी स्लोगन पर प्रतिक्रिया व्यक्त करते हुए इसे समाज में डर और भ्रम पैदा करने वाला बयान बताया। उन्होंने असम के मुख्यमंत्री हिमंत विश्व सरमा की झारखंड में चल रही गतिविधियों पर भी चिंता जताई।
जो विभिन्न विधानसभा क्षेत्रों में घूम-घूमकर हिन्दू मतदाताओं को भड़काने और बरगलाने का प्रयास कर रहे हैं। मेहुल प्रसाद ने कहा कि यह दुर्भाग्यपूर्ण है कि भाजपा के नेता धर्म का सहारा लेकर झारखंड के लोगों को बांटने की साजिश में लगे हैं।
उन्होंने कहा कि भाजपा के नेता ‘बंटोगे तो कटोगे’ जैसे शब्दों का इस्तेमाल कर लोगों में डर और असुरक्षा का माहौल बना रहे हैं। झारखंड की जनता ने हमेशा एकता और सद्भाव का समर्थन किया है। भाजपा की इस प्रकार की विभाजनकारी राजनीति का यहां कोई स्थान नहीं है। धर्म के नाम पर इस तरह के भड़काऊ और नफरत फैलाने वाले बयान न केवल संविधान का अपमान हैं, बल्कि हमारे समाज की बुनियादी एकता पर भी प्रहार हैं। उन्होंने कहा कि कांग्रेस ने देश में लोकतंत्र की नींव को मजबूत किया।
किसान और मजदूरों के अधिकारों की रक्षा की, शिक्षा और स्वास्थ्य सेवाओं में सुधार लाए और भारत को विज्ञान एवं तकनीक के क्षेत्र में विश्व स्तर पर स्थापित किया। झारखंड की जनता भाजपा की फूट डालो और राज करो की नीति को समझ चुकी है और इस बार 2024 के विधानसभा चुनाव में इंडिया महागठबंधन की प्रचंड जीत तय है।
झारखंड विधानसभा चुनाव 2024 के संदर्भ में, मेहुल प्रसाद ने कहा, “इंडिया महागठबंधन की जीत अब केवल एक राजनीतिक विकल्प नहीं बल्कि झारखंड के विकास और एकता के लिए आवश्यक है। झारखंड की जनता ने अब यह ठान लिया है कि वह भाजपा के विभाजनकारी राजनीति को खारिज करेगी और हेमंत सोरेन के नेतृत्व में एक मजबूत, समावेशी और विकासशील झारखंड का निर्माण करेगी।
भाजपा के नफरत फैलाने वाले बयानों का विरोध करने की अपील
उन्होंने विशेष रूप से युवा वर्ग से अपील की कि वे भाजपा की नफरत और भ्रम फैलाने वाली राजनीति को नकारें और झारखंड में एकता, शांति और विकास के पक्ष में मतदान करें। मेहुल प्रसाद ने कहा, “यह चुनाव झारखंड के भविष्य का निर्धारण करेगा, और इस बार जनता भाजपा के भड़काऊ बयानों के बजाय एकता और विकास की राह चुनेगी।