मजदूरों की बेटी और बहन बनकर उनके हक के लिए लडूंगी: यशस्विनी सहाय
एचईसी बचाओ मजदूर जन संघर्ष समिति ने मनाया मजदूर दिवस
एचईसी मुख्यालय के समक्ष जनसभा आयोजित
वरीय संवाददाता
रांची। राष्ट्र के नवनिर्माण में मजदूरों की महत्वपूर्ण भूमिका है। उनकी सहभागिता के बिना विकास की बातें नहीं की जा सकती। मजदूरों का समुचित सम्मान जरूरी है। मजदूर राष्ट्र निर्माता हैं। उक्त बातें रांची संसदीय सीट से कांग्रेस प्रत्याशी यशस्विनी सहाय ने बुधवार को एचईसी मुख्यालय के समक्ष एचईसी बचाओ मजदूर जन संघर्ष समिति द्वारा मजदूर दिवस के अवसर पर आयोजित जनसभा में बतौर मुख्य अतिथि कही। सुश्री सहाय ने कहा कि उनके पिता पूर्व केंद्रीय मंत्री सुबोधकांत सहाय ने एचईसी क्षेत्र से ही राजनीति की शुरुआत की थी।
यहां के कारखाना में कार्यरत मजदूरों से उनका विशेष लगाव रहा है। उनके हक और अधिकार के लिए हुए वह हमेशा संघर्षरत रहे हैं। अपने पिता के पदचिन्हों पर चलते हुए वह भी मजदूरों की बेटी और बहन बनकर मजदूरों के हक और अधिकार के लिए सदैव संघर्षरत रहेगी।
सुश्री सहाय ने मजदूर दिवस की महत्ता का उल्लेख करते हुए कहा कि ‘दुनिया के मजदूरों एक हो’ का नारा दिए जाने के पीछे यही उद्देश्य रहा कि मजदूरों को उनके वाजिब हक से वंचित न रखा जा सके। उन्होंने कहा कि एचईसी कारखाना देश-विदेश में अपनी विशिष्ट पहचान स्थापित करने में सफल रहा है। इसका श्रेय यहां के मजदूरों को जाता है।
इस अवसर पर सभा को संबोधित करते हुए पूर्व केंद्रीय मंत्री सुबोधकांत सहाय ने कहा कि एचईसी के मजदूरों की बदौलत ही यह कारखाना देश के मातृ उद्योग के रूप में अपना स्थान बना पाया। यहां के मजदूरों को उनका अधिकार दिलाने के प्रति वह सदैव तत्पर रहे। इस क्षेत्र से ही उन्होंने राजनीति की शुरुआत की और यहां से उनका विशेष लगाव रहा है। इस क्षेत्र की जनता के प्रति उन्होंने विशेष रूप से आभार व्यक्त किया। उन्होंने पुत्री और कांग्रेस प्रत्याशी यशस्विनी सहाय को समर्थन देकर आगे बढ़ाने की अपील की।
इस अवसर पर श्रमिक नेता लीलाधर सिंह, भवन सिंह, हरेंद्र प्रसाद, अर्जुन रविदास, रामकुमार नायक, मनोज पाठक, प्रकाश कुमार, दीपक ओझा, दिलीप सिंह, एसजे मुखर्जी, एचईसी सुपरवाइजर्स एंड एग्जीक्यूटिव एसोसिएशन के जनरल सेक्रेटरी ब्रजेश कुमार सिंह, पूर्व जिप अध्यक्ष सुंदरी तिर्की, कांग्रेस नेत्री नीतू देवी, कमल ठाकुर,मधुसूदन एक्का, रंगू लोहरा सहित काफी संख्या में श्रमिक संगठनों के प्रतिनिधि व एचईसी के मजदूर मौजूद थे।