झारखंड आंदोलन के नायक को भावपूर्ण श्रद्धांजलि


जिनके एक आवाज़ में झारखंड रुक जाता था जिन्होंने बताया कि कैसे अपना हक लिया जाता है जिन्होंने अपनी जिंदगी समर्पित कर दिया झारखंड के लोगों के सपनो को साकार करने में,जब वो लाखों की भीड़ से सवाल करते कैसे लेंगे झारखंड,तब उनके सुर में सुर मिला कर लाखों की भीड़ कहती लड़ के लेंगे झारखंड ,वो आवाज़ वो प्रेरणादायक चेहरा आज हमेशा के लिए खामोश हो गया , कोई भगवान, कोई दिशोम गुरु, तो कोई गुरु जी हर किसी के लिए प्रेरणादायक थे शिबू सोरेन,लंबे समय तक संघर्ष करते रहे केंद्र की सरकार हार गई लेकिन गुरु जी रुके नहीं और अलग राज्य झारखंड बना कर ही दम लिया, दिशाेम गुरु को श्रद्धांजलि देते हुए उक्त बातें मॉर्निंग ग्रुप के मुख्य सरपरस्त हाजी हलीम उद्दीन , सरपरस्त विजय साहू और अध्यक्ष अकील उर रहमान ने कहा,मौके पर मुस्तकिम आलम,सैयद नेहाल अहमद,अब्दुल खालिक नन्हू ने भी अपने विचार रखे,इस मौके पर मॉर्निंग ग्रुप के अब्दुल मन्नान,नफीस अख्तर,परवेज़ खान,इकबाल अंसारी, निशात अनवर पप्पू, नफीसुल आब्दीन, हसन सैफी प्रिंस,अतीक अहमद कुस्सू,कफिल खान,मो नईम कँसरिया,तौहीद अकरम,हाजी शारफुल,नौशाद खान,एजाज़ आलम,पत्रकार मो नसीम सहित सभी मेंबर मौजूद थे,
