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मेदांता अब्दुर रज्जाक अंसारी मेमोरियल्स हाॅस्पिटल, रांची में अंगदान को लेकर जन जागरूकता अभियान

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स्टेट आर्गन एंड टिश्यू ट्रांसप्लांट आर्गेनाइजेशन, झारखंड के साथ मिलकर किया जन जागरूकता अभियान का आयोजन

रांची, 24 जुलाई 2024 बुधवार को मेदांता हॉस्पिटल, रांची ने अपने हाॅस्पिटल परिसर में स्टेट आर्गन एंड टिश्यू ट्रांसप्लांट आर्गेनाइजेशन (एस.ओ.टी.टी.ओ), झारखंड के साथ मिलकर अंगदान जन जागरूकता अभियान कार्यक्रम का आयोजन किया। इस मौके पर हाॅस्पिटल के नेफ्रोलाॅजी विभाग के डाॅ. अमित कुमार ने कहा कि अपने देश भारत में आज भी अंगदान को लेकर समाज में जागरूकता की काफी कमी है। इसके कारण हर वर्ष बहुत से लोगों की मृत्यु हो जाती है। अगर अंगदान से इन्हें ट्रांसप्लांट की सुविधा मिले तो इनकी जिंदगी बचाई जा सकती है। उन्होंने कहा कि अंगदान कितना जरूरी है इसे इस बात से समझा जा सकता है कि अपने देश में हर वर्ष करीब दो लाख से ज्यादा लोग डायलिसिस पर चले जाते हैं। इनका बेहतर इलाज किडनी ट्रांसप्लांट है, लेकिन डोनर की कमी के कारण इसमें से करीब 15 हजार मरीजों को ही ट्रांसप्लांट की सुविधा मिल पाती है। उन्होंने कहा कि लोगों को समझना होगा कि अंगदान जीवनदान है, इससे बड़ा कोई दान नहीं हो सकता है। जब कभी भी डोनर का अंग लिया जाता है तो उसकी पूरी सुरक्षा का ख्याल रखा जाता है। कोई व्यक्ति अपनी एक किडनी दान करके भी सामान्य जीवन जी सकता है। अंगदान के लिए लोगों में जागरूकता जगाने की आवश्यकता है। साथ ही हेल्थ केयर से जुड़े लोगों में भी जागरूकता लाने की जरूरत है।
इस मौके पर हाॅस्पिटल के किडनी ट्रांसप्लांट मेडिसिन के डाॅ. सिद्धार्थ मिश्रा, डॉक्टर अमित कुमार और डाॅ. विजय सिंह ने संयुक्त रूप से कहा कि एक व्यक्ति मरने के बाद सात से आठ लोगों को दे सकता है जीवनदान। उन्होंने कहा कि मृत्यु के बाद किडनी, छोटी आंत के साथ लीवर, हार्ट, पैनक्रियाज आदि का दान कर एक व्यक्ति सात से आठ लोगों की जिंदगी बचा सकता है। उन्होंने कहा अंगदान को प्रोत्साहित करने की जरूरत है। झारखण्ड में यह बेहद कम होता है जबकि गुजरात, तमिलनाडु जैसे राज्यों में इसकी बेहतर स्थिति है।
कार्यक्रम में लगभग 100 लोगो ने भाग लिया तथा अंग दान की उपयोगिता के बारे में जाना।
हॉस्पिटल डायरेक्टर विश्वजीत कुमार ने बताया अंगदान से उन मरीजों का जीवन बचाया जा सकता है जिन्हें गंभीर बीमारियों के कारण अंग प्रत्यारोपण की आवश्यकता होती है।
अंग प्रत्यारोपण से रोगियों की जीवन की गुणवत्ता में सुधार होता है, जिससे वे सामान्य जीवन जी सकते हैं। यह एक महान मानवीय कार्य है जो हमें दूसरों की मदद करने और समाज में सकारात्मक परिवर्तन लाने का अवसर प्रदान करता है।वर्तमान में अंगों की भारी कमी है, और अंगदान इस कमी को पूरा करने में सहायक हो सकता है। अतः अंगदान समाज और मानवता की सेवा का एक महत्वपूर्ण पहलू है, जो जीवन की निरंतरता और गुणवत्तापूर्ण जीवन को सुनिश्चित करता है।

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