संविधान की रक्षा हर भारतीय की ज़िम्मेदारी: अशरफ़ खान चुन्नू


रांची: हमारा देश भारत दुनिया का एक महान लोकतांत्रिक देश है, इसका अपना संविधान है, जो देश के हर नागरिक के लिए गर्व है, हमारे संविधान को 26 नवंबर 1949 को संसद ने मंज़ूरी दी थी और 26 जनवरी 1950 को हमने इस संविधान को अपने ऊपर लागू किया था। उक्त बाते पठान तंजीम के संरक्षक और ऐसे दर्जनों संस्थाओं के संरक्षक अशरफ़ खान चुन्नू खान ने कहीं। अशरफ़ खान चुन्नू ने कहा कि हमारे देश की अखंडता और इसकी गंगा-जमुना तहज़ीब विविधता में एकता के सिद्धांत पर आधारित है। संविधान के अनुसार जब भारत का हर नागरिक और हर विभाग ईमानदारी से फ़ैसला लेगा, तो देश तेज़ी से विकास और खुशहाली की ओर बढ़ेगा। कई राज्यों में भारत के संविधान का उल्लंघन हो रहा है। उन्होंने कहा कि यह ज़रूरी है कि देश के सभी इंसाफ़पसंद लोगों, चाहे वे दलित हों, आदिवासी हों, बौद्ध हों, जैन हों, सिख हों, ईसाई हों, मुस्लिम हो और सेक्युलरिज़्म में यकीन रखने वाले हों, साथ ही हर वर्ग और समाज के लोगों के साथ-साथ कानूनी जानकारों और मीडिया के लोगों को भी संविधान की रक्षा के लिए आगे आना होगा। संविधान की रक्षा करना हर भारतीय की पहली ज़िम्मेदारी है। अशरफ़ खान ने मस्जिदों के इमामों से विनम्र अपील की है कि वे इस शुक्रवार को अपने संबोधन का विषय भारत का संविधान और उम्मीद पोर्टल पर वक्फ रजिस्ट्रेशन रखें और लोगों को भारत के संविधान में दिए गए अधिकारों के बारे में जागरूक करें।








