मत्स्य कृषकों के लिए मोती उत्पादन के प्रशिक्षण का शुभारंभ, सरकारी योजनाओं का लाभ उठाएं और ग्रामीण समृद्धि बढ़ाएं: डॉ.एचएन द्विवेदी


रांची/चाईबासा। मत्स्य विभाग द्वारा पश्चिमी सिंहभूम के झींकपानी प्रखंड के मतगुट्टू गांव में संजय विरूली के तालाब में मोती पालन प्रशिक्षण की शुरुआत की गई। मत्स्य विकास योजना (राज्य योजना) अन्तर्गत प्रत्येक किसानों के तालाब में मोती पालन कराना है, जिसमें यूनिट दर बीस हजार निर्धारित किया है। लाभुक का अंशदान मात्र बीस प्रतिशत है। राज्य सरकार के तरफ से अस्सी प्रतिशत का अनुदान प्रदान किया जा रहा है ।

इस अवसर पर बुधन सिंह पूर्ति, सविता पूर्ति, डा.रितेश शुक्ला, प्राध्यापक, संत जेवियर कालेज, रांची, नवीन कुमार, जिला मत्स्य पदाधिकारी, चाईबासा, प्रशांत कुमार दीपक, मुख्य अनुदेशक, महावीर विरूली , विश्वनाथ तामसोय, प्रियंका देवगम आदि करीब 100 किसान बंधु उपस्थित थे। इस अवसर पर डाॅ.एचएन द्विवेदी (निदेशक मत्स्य) ने सभी को संबोधित करते हुए कहा कि सभी लोग प्रशिक्षण प्राप्त कर सरकारी योजनाओं का लाभ उठाएं तथा अपने ग्राम को समृद्ध करें। मोती पालन कर स्वनियोजित हों तथा औरों को भी रोजगार उपलब्ध कराएं। मत्स्य कृषक उत्पादक संगठन गठित कर जलकृषि के नए आयाम से जुड़ें।

मौके पर रितेश शुक्ला ने बताया कि सभी को संगठित होकर समूह में कार्य करने की नई परंपरा की शुरुआत की गई है, जिसे आगे बढ़ाने की आवश्यकता है। नौकरी लेने वाला नहीं, नौकरी देनेवाले बनें। इस अवसर पर मत्स्य किसानों ने भी अपने अनुभवों और विचारों को भी साझा किया।








