आईटीसी के सनफीस्ट डार्क फैंटेसी की नई पहल से बच्चों को मिलेगा नासा जाने का मौका
रांची, : भारत का पसंदीदा कुकी ब्रांड आईटीसी के सनफीस्ट डार्क फैंटेसी ने अपनी नई पहल ‘बिग फैंटेसीज: गिव विंग्स टू योर इमेजिनेशन’ का शुभारंभ सोमवार को बंगलुरू के सेंट जोसेफ स्कूल में किया। इस दौरान एक फैटेंसी स्पेसशिप बस भी लाउंच किया गया, जो देश के विभिन्न राज्यों में जाकर बच्चों की स्पेस के प्रति जागरुकता को बढ़ाएगा। आईटीसी लिमिटेड के बिस्कुट और केक क्लस्टर, फूड्स डिवीजन के सीओओ हैरिस शेरे ने कहा कि सनफीस्ट की यह नई पहल पूरे देश के उन बच्चों को मौका देगी जो स्पेस में रुचि रखते हैं। उन्होंने बताया कि यह बस विभिन्न राज्यों के स्कूल में जाकर बच्चों की स्पेस के प्रति जागरूकता बढ़ाएगा। विज्ञान, कला और तकनीक की मदद से फैंटसी स्पेसशिप बस को बनाया गया है। इसमें 3डी स्क्रीन लगी है जो बच्चों द्वारा बनाए गए स्पेस मॉडल को तुरंत डिजिटली कंवर्ट कर भविष्य में इसके उपयोग को बढ़ावा देगा। इस पहल के तहत चुनिंदा बच्चों को नासा जाने का मौका दिया जाएगा, जहां वह अंतरिक्ष अन्वेषण का सपना पूरा कर पाएंगे।
कार्यक्रम में इसरो के पूर्व निदेशक श्री प्रकाश राव ने रचनात्मकता और तकनीक के बीच तालमेल बैठाने और भविष्य की पीढ़ियों को आकार देने में कल्पनाशक्ति की भूमिका के बारे में बात की।
मौके पर “बच्चे की कल्पनाशक्ति को जागृत करने के महत्व” विषय पर एक पैनल डिस्कशन का आयोजन भी किया गया, जिसमें अंतरिक्ष अन्वेषण, शिक्षा, मनोविज्ञान और कला के क्षेत्रों की प्रमुख हस्तियां शामिल थीं। मुख्य वक्ता के रूप में मंदिरा बेदी, प्रकाश राव (इसरो के पूर्व निदेशक), डॉ. मेघा महाजन (डीएम-
निमहंस) और रेवरेंड फादर रोहन डी,अल्मेडा (प्रिंसिपल, सेंट जोसेफ स्कूल) मौजूद थे। पैनल ने बताया कि कैसे कल्पनाशक्ति के जरिए एक बच्चे का समग्र विकास हो सकता है और क्रिएटिविटी से नए विचार जागृत किेए जा सकते हैं। उन्होंने बताया कि यही नए विचार चुनौतियों का सा|मना करने में सक्षम बनाते हैं।