हर गांव में इसलाहे मुआशरा कमिटी का होगा गठन: मौलाना साबिर
समाज में फैली बुराई को लेकर मजलिस उलेमा झारखंड की बैठक
नशा के विरुद्ध मिलकर काम करने की जरूरत: मुफ्ती तल्हा
रांची: मजलिस उलेमा झारखंड की एक बैठक आज कांके पतरा टोली जामा मस्जिद में हुई। जिसकी अध्यक्षता मजलिस उलेमा झारखंड के अध्यक्ष मौलाना साबिर हुसैन ने की और संचालन मजलिस के महासचिव मौलाना मुफ्ती तल्हा नदवी ने किया। बैठक में समाज में फैली बुराई कि रोकथाम, नशाखोरी की रोकथाम पर चर्चा हुई। आए हुए गणमान्यों ने अपने-अपने मशवरे दिए।
सर्वसम्मति से निर्णय लिया गया के मजलिस उलेमा के जेर निगरानी हर गांव में इसलाहे मुआशरा कमेटी का गठन किया जाए। जो समाज के हर वर्ग को उसमें उलेमा, पंचायत, संगठन और समाज में कार्य कर रहे जिम्मेदारों और समाज के फिक्रमंद लोगों के साथ मिलकर कमेटी बनाना। हर गांव में इसलाहे मुआशरा कमिटी के कन्वीनर और को कन्वीनर बनाया जाए। स्थानीय कमेटी अपने तौर पर इस्लाही काम करेगी। लेकिन मजलिस उलेमा झारखंड से मशवरा करके आगे की रणनीति तय करेगी। जुमा के दिन जुमा के बयान और दरस हदीस दरस कुरान के द्वारा समाज में फैली बुराइयों को रोक थम करने के लिए कोशिश की जाएगी।
यह भी निर्णय लिया गया के नुक्कड़ सभा कर नशा के खिलाफ जन जागरूक लाना। नशा के खिलाफ, उसके रोकथाम के लिए एक पंपलेट बांटना। कांके प्रखंड को दो जोन में बांटा गया। ताकि समाज में फैली बुराई की रोकथाम हो सके। पूर्वी और पश्चिम। पश्चिमी जोन में पिठोरिया, पीरु टोला, ऊपर कोनकी, नीचे कोनकी, भागलपुर, सिमर टोली, बाढू, गागी, खटंगा, करकट्टा, चामगुरी, सियार टोली, काटमकुली, सारंगा, पतरातु, नवा टोली, बतागई, इस जॉन के कन्वीनर मौलाना अब्दुल मन्नान सिरांगो और को कन्वीनर मौलाना अंसार कटम कुली को बनाया गया।
इस जॉन कि आगामी बैठा के बैठक 1 सितंबर 2024 दिन रविवार 10:00 बजे दिन कटम कुली में होगी। पूर्वी जोन में पतराटोली, बाजार टांड़, चूड़ी टोला, मिल्लत कॉलोनी, बोरिया, होचर, सिमर टोली, हुसीर, बतता कनादू, सतकनादू, बालू, पोखरगढा, ओलातू, बुढी बागी, चन्नावे, नेवरी, पिपरा टोली, मोरम, इस जोन के कन्वीनर मौलाना अब्दुल अजीज नूमानी को बनाया गया। और को कन्वीनर मौलाना मुजफ्फर हुसैन को बनाया गया। इस जॉन के आगामी बैठक 25 अगस्त दिन रविवार 10:00 बजे दिन मदीना मस्जिद बगीचा टोली चंदवे कांके में होगी। बैठक की शुरुआत हाफिज सर्वर के तिलावत ए कुरान से हुई और नाते पाक कारी सोहेब अहमद ने पढ।
प्रोग्राम को कामयाब बनाने में अंजुमन इस्लामिया पतराटोली और नौजवान कमेटी पतराटोली का अहम रोल रहा। इस मौके पर मौलाना साबिर हुसैन, मौलाना शरीफ अहसन, मौलाना मंसूर, मुफ्ती तल्हा नदवी, कारी अशरफ, कारी सोहेब, मौलाना इमरान नदवी, मौलाना समी उल हक, मौलाना इम्तियाज, मुफ्ती वसीम, मौलाना अब्दुल अजीज, मुफ्ती इमरान, मुफ्ती लाल मोहम्मद, नूर आलम, जहांगीर, शकील अहमद, मुफ्ती शहाबुद्दीन, कारी रमजान, ऐनुल हक, पत्रकार आदिल रशीद समेत सैंकड़ों लोग शामिल थे।