शाहीन ग्रुप ऑफ़ इंस्टिट्यूशन इरबा कोईलारी में इंटेलेक्चुअल मीट का किया गया आयोजन
झारखंड में शिक्षा के क्षेत्र में मील का पत्थर साबित होगा शाहीन ग्रुप ऑफ़ इंस्टिट्यूशन:अब्दुल हसीब अंसारी
ओरमांझी(मोहसीनआलम):ओरमांझी प्रखंड क्षेत्र के इरबा कोईलारी में सिल्क पार्क के समीप शाहीन ग्रुप ऑफ़ इंस्टिट्यूशन रांची शाखा की शुभारंभ बहुत जल्द होने जा रही है.इस मौके पर शाहीन ग्रुप ऑफ़ इंस्टिट्यूशन ने रविवार को इंटेलेक्चुअल मीट का आयोजन किया गया. इस इंटेलेक्चुअल मीट में शहीन ग्रुप ऑफ़ इंस्टिट्यूशन की शैक्षणिक पद्धति इसकी विशेषताएं और झारखंड के विद्यार्थियों के लिए उपलब्ध मौके पर चर्चा की गई.
इस मौक़े पर बोलते हुए शहीन ग्रुप ऑफ़ इंस्टिट्यूशन के रांची शाखा के अध्यक्ष अब्दुल हसीब अंसारी ने कहा कि यहां केजी से क्लास सेवंथ तक सीबीएसई पैटर्न में पढ़ाई होगी इसके अलावा क्लास 11th और 12th का इंटीग्रेटेड नीट का रिपीटर बैच भी चलेगा. लड़के और लड़कियों के लिए अलग-अलग आवासीय कैंपस भी उपलब्ध है. हमारा मकसद है झारखंड के छात्रों को विकसित करना जिससे वह समाज को कैसे आगे बढ़ाने में मदद कर सके. उन्होंने कहा कि समाज की अनुशासन,इस्लाम बुनियाद को ठीक करना,जरूरी दीनी तालीम देना,सशक्त बनाना हमारा मकसद है.
इस मौके पर बोलते हुए साजिद अंसारी ने कहा कि शहीन ग्रुप ऑफ़ इंस्टिट्यूशन झारखंड में दीनी माहौल में विश्व स्तरीय शिक्षा उपलब्ध कराएगी. इस मौके पर बोलते हुए संस्थान के एडमिनिस्ट्रेटिव हेड शहीन ग्रुप ऑफ़ इंस्टिट्यूशन रांची शाखा के तल्हा आबदाल ने कहा कि यहां यूपीएससी, नीट,जेइइ की तैयारी भी कराई जाएगी. साथ ही कमजोर आय वाले विद्यार्थियों को स्कॉलरशिप की भी सुविधा दी जाएगी. उन्होंने कहा कि शहीन ग्रुप आफ विशेषण की 18 शाखा देश में है जहां 30000 से अधिक छात्र पढ़ाई कर रहे हैं.
उन्होंने कहा कि यहां वैल्यू बेस्ड एजुकेशन दिया जाएगा जिससे कि समाज को विकसित किया जा सके. ग्रामीण और शहरी शिक्षा के बीच के अंतर को खत्म करना ही हमारा मकसद है.मौके पर बोलते हुए जावेद अहमद सीईओ ने कहा कि यह स्कूल 5 एकड़ में फैला है जहां मुस्लिम समाज में शिक्षा के क्षेत्र में तब्दीली लाना ही हमारा मकसद है.
हमारा मकसद है कि शहीन ग्रुप का इंस्टीट्यूशन हब आफ एकेडमिक एक्सीलेंस रांची और झारखंड का बने.इस मौके पर रांची और झारखंड के कई बुद्धिजीवी पहुंचे थे,जिसमें मुख्य रूप से मेदांता के सीनियर सलाहकार सईद अहमद अंसारी,शरीफ अंसारी, मुन्तज़िर अहमद रजा,नईम उर्फ हुमायूं अंसारी,असफाक खान, मास्टर मोइज़, ,अब्दुल कुद्दुस अंसारी, रहीम अंसारी,समेत कई विशिष्ट लोग मौजूद थे।