रांची में कांग्रेस की ‘संविधान बचाओ, लोकतंत्र बचाओ’ रैली में उमड़ा जनसैलाब, वक्फ संशोधन कानून 2025 के खिलाफ मुस्लिम समुदाय की बड़ी भागीदारी


6 मई 2025 को झारखंड की राजधानी रांची में कांग्रेस पार्टी द्वारा ‘संविधान बचाओ, लोकतंत्र बचाओ’ के नारे के तहत एक विशाल जनसभा का आयोजन किया गया। इस रैली में झारखंड के कोने-कोने से भारी संख्या में लोग पहुंचे। विशेष रूप से महिलाओं और मुस्लिम समुदाय की उल्लेखनीय भागीदारी देखने को मिली।
इस रैली में कई मुद्दे थे जिसमें एक अहम मुद्दा केंद्र सरकार द्वारा लाया गया वक्फ संशोधन कानून 2025 था, जिसका कांग्रेस पार्टी और इंडिया गठबंधन ने संसद के दोनों सदनों में कड़ा विरोध किया। इसी कानून के खिलाफ आवाज बुलंद करने के लिए मुस्लिम समुदाय की ओर से बड़ी संख्या में लोग रैली में शामिल हुए। मुस्लिम महिलाओं ने अपने हाथों में काले क़ानून के विरोध में बैनर और तख्तियाँ लेकर इस कानून के खिलाफ अपना आक्रोश जताया।
रांची के कई मुस्लिम सामाजिक संगठनों ने कांग्रेस की इस रैली को समर्थन देते हुए मुस्लिम समुदाय से इसमें भाग लेने की अपील की थी, जिसका व्यापक असर देखने को मिला। रैली में मौजूद मुस्लिम सामाजिक कार्यकर्ताओं ने कांग्रेस अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खड़गे का आभार व्यक्त किया कि उन्होंने वक्फ कानून 2025 जैसे “काले कानून” के खिलाफ खुलकर आवाज उठाई।
जाने-माने सामाजिक कार्यकर्ता साजिद उमर अपने सैकड़ों समर्थकों के साथ रैली में शामिल होकर मीडिया से बात करते करते हुए कहा:
“कांग्रेस पार्टी ने जिस साहस और मजबूती से वक्फ संशोधन कानून 2025 का विरोध किया है, उसके लिए झारखंड का पूरा मुस्लिम समाज उनका आभारी है। यह केवल मुस्लिम समुदाय की लड़ाई नहीं, बल्कि संविधान को बचाने की लड़ाई है। आने वाले दिनों में हम कांग्रेस पार्टी से अपील करते हैं कि इस कानून के खिलाफ सड़कों पर उतरकर व्यापक जनआंदोलन की शुरुआत की जाए।”
इस रैली ने यह स्पष्ट संकेत दिया कि वक्फ संशोधन कानून को लेकर आमजन के बीच गहरी असंतोष की भावना है, और विपक्ष इस मुद्दे को लेकर सरकार पर दबाव बनाए रखने के लिए पूरी तरह तैयार है।
