“थैलेसीमिया/सिकल सेल एवं अप्लास्टिक एनीमिया पीड़ित बच्चों/परिजनों की समस्याओं को माननीय राजपाल एवं माननीय झारखंड सरकार संज्ञान लें”


आज “लहू बोलेगा” रक्तदान संगठन रांची के आह्वान पर झारखंड थैलेसीमिया पीड़ित एसोसिएशन के नेतृत्व में झारखंड भर के 11 जिलों के(रांची,खूंटी,लोहरदगा,रामगढ़, गुमला,हज़ारीबाग,बोकारो,सिमडेगा,पलामू,
कोडरमा एवं गिरिडीह) थैलेसीमिया/सिकल सेल/अप्लास्टिक एनीमिया पीड़ित बच्चों एवं उनके परिजनों के साथ तीसरी आत्मचिंतन परिचर्चा हुई जिसका शीर्षक “थैलेसीमिया/सिकल सेल/अप्लास्टिक एनीमिया पीड़ित की समस्या-चुनौती, हमारी भूमिका और निष्पादन पर सत्य भारती सभागार,मेन रोड़,रांची में हुई।

जिसकी अध्यक्षता रांची रेड क्रॉस सोसाईटी के रवि दत्ता,कार्यक्रम का संचालन लहू बोलेगा के संस्थापक रक्तवीर नदीम खान एवं स्वागत झारखंड थैलेसीमिया पीड़ित एसोसिएशन के देवकी देवी,संजय टोप्पो एवं धन्यवाद सीमा देवी ने किया।
झारखंड राज्यस्तरीय आत्मचिंतन कार्यक्रम के अतिथि में झारखंड दिव्यांगजनों के विशेष शिक्षकों के अध्यक्ष रक्तवीर पॉवेल कुमार, रक्तदान संगठन गुरुनानक सेवक जत्था के रक्तवीर सूरज झंडाई,मेहर खालसा-रोट्रेक्ट क्लब रांची के रक्तवीर हर्ष वर्धन सहित झारखंड थैलेसीमिया पीड़ित एसोसिएशन के रेणु मुंडा,नीलम देवी,संजय सिंह,शमरुद्दीन खान,पुनिया उरांव समेत सैकड़ों पीड़ित एवं परिजन शामिल थे।

झारखंड राज्यस्तरीय आत्मचिंतन परिचर्चा में थैलेसीमिया/सिकल सेल एवं अप्लास्टिक एनीमिया पीड़ित बच्चों के परिजनों ने बताया कि हमारे पीड़ित बच्चें के लिए तो औसतन प्रत्येक महीनें दो से तीन यूनिट की जरूरत तो पड़ती ही है जिसका इंतेज़ाम आसान नही होता है,हमलोगों के सामने ही कई बार ख़ून की वजह एवं अन्य कारणों से पीड़ित बच्चों की मृत्यु हुई,जिससे और डर लगा रहता है,दूसरा पूरे झारखंड में ऐसे बच्चों को देखने वाले डॉक्टर भी एक वह भी कुछ घण्टो के लिए और देखरेख करना वाला सेंटर भी एक जो केवल रांची में है,रांची आकर ब्लड चढ़ाने में कई तरह की दिक्कत होती है,भगवान न करें कि इस तरह की बीमारी किसी को भी हो,जिससे पूरे झारखंड के 24 जिलों में होना चाहिए,पीड़ितों के सभी दवाईयों/जांच/ निःशुल्क हो,एमआरआई साल में एक बार निःशुल्क किया जाए,पीड़ितों के लिए झारखंड में जल्द बोन मेरो ट्रांसप्लांट निःशुल्क किया जाए,हमलोगों के पीड़ित बच्चों का कार्ड भी नही कुछ का है अधिकत्तर का नही,केंद्र और झारखंड सरकार के योजना का लाभ इन अधिकत्तर पीड़ितों को नही मिलता,चाहे वह दिव्यांगजन राशि,रेलवे सुविधा, स्वास्थ्य बीमा,निरामया कार्ड,शैक्षणिक योजना, स्वरोजगार योजना का लाभ नही एवं समस्याओं निष्पादन पर चर्चा हुई।
जल्द ही पीड़ित बच्चों के लिए निःशुल्क बोन मेरो ट्रांसप्लांट की तैयारी संगठन के सहयोग की जाएगी एवं एक चैरिटी कार्यक्रम पीड़ित/परिजनों संग राष्ट्रीय सेलिब्रिटी के साथ आयोजित होगी।
आत्मचिंतन परिचर्चा में माननीय राजपाल, माननीय झारखंड सरकार एवं माननीयों से अनुरोध किया गया कि हमलोगों के मुद्दें पर संज्ञान लीजिए।
माननीय राजपाल एवं झारखंड सरकार के माननीय स्वास्थ्य मंत्री सहित विभिन्न माननीयों से प्रतिनिधिमंडल जल्द मिलेगा एवं झारखंड राज्यस्तरीय थैलेसीमिया पीड़ितों का कंवेंशन आयोजित होगा
