मुबारक हो सभो को आज जो उमरा से आए हैं: कारी सोहेब


सना हज एंड उमराह सर्विस से 35 जायरीन का जत्था रांची एयरपोर्ट पहुंचा
रांची : मुबारक हो सभो को आज जो उमरा से आए हैं, खुदा कि रहमतों और बरकतों को साथ लाए हैं, मुकद्दर का सिकंदर आज कहलाने के काबिल हैं, खुदा करले कुबूल इनको जो तेरे दर से आए हैं। उक्त नज़्म झारखंड के प्रख्यात कारी कुरआन हज़रत कारी सोहेब अहमद ने पढ़ी। मौका था सना हज एंड उमराह सर्विस से 35 जायरीन का एक जत्था बिरसा मुंडा एयरपोर्ट वापस पहुंचने का। यह एक खुशी की खबर है कि वे अपनी पवित्र यात्रा पूरी करके सकुशल लौट आए हैं।

उमराह करके वापस लौटने पर जायरीन को समाज के लोगों ने स्वागत किया। सभी जायरीन ने कहा कि हाफिज ग़ुलशाद और उनकी टीम ने जैसा वादा किया था सर्विस देने का उससे बढ़कर अपना वादा को निभाया। जायरीन ने कहा सभी तरह की सुविधा थी और जियारत में किसी तरह की कोई परेशानी नहीं हुई। झारखंड का सबसे विश्वसनीय सना हज एंड उमराह सर्विस के हज़रत हाफिज ग़ुलशाद कांके के नेतृत्व में 35 जायरीन मुबारक सफर से वापसी की। इस मौके पर जायरीन ने देश और दुनिया में अमन चैन खुशहाली कि दुआ मांगी।

हाफिज ग़ुलशाद ने सभी जायरीन को सभी जगहो की जियरात, मक्का और मदीना में 400 मीटर के दायरे में 4 स्टार होटल में ठाहराया गया। सभी जायरीन को उमराह के दौरान सभी सुविधा दी गई। इस मौके पर हज़रत कारी सोहेब अहमद, हाजी नसीम, हाजी मोअज्जम, हाजी शमीम, मो सफदर, मुजाहिद आलम, अतीक अंसारी, महमूद आलम, मुफ्ती सोहेल, जावेद अंसारी समेत कई गणमान्य लोग शामिल थे।

