पूर्व प्रधानमंत्री डॉक्टर मनमोहन सिंह जी मुस्लिम समुदाय के उत्थान और विकास के प्रति समर्पित एक नेता थे।
पूर्व प्रधानमंत्री डॉक्टर मनमोहन सिंह जी मुस्लिम समुदाय के उत्थान और विकास के प्रति समर्पित एक नेता थे।
भारत के साबिक़ वज़ीरे आज़म डॉ. मनमोहन सिंह का नाम भारतीय राजनीति में एक ऐसे नेता के तौर पर दर्ज है, जिन्होंने हर वर्ग के विकास और उत्थान के लिए न सिर्फ योजनाएं बनाईं, बल्कि उन्हें अमल में लाने के लिए ईमानदारी से प्रयास भी किए। मुस्लिम समुदाय के विकास के लिए उनके द्वारा किए गए काम उनकी ईमानदारना, पॉजिटिव सोच और इंसानियत को दर्शाते हैं।
उनके पीरियड में सच्चर कमेटी की रिपोर्ट ऐतिहासिक कदम था।
मनमोहन सिंह जी की सरकार के दौरान 2006 में सच्चर कमेटी की रिपोर्ट पेश की गई, जो भारतीय मुस्लिम समुदाय की सामाजिक, आर्थिक और शैक्षिक स्थिति का एक हक़ीकी आईना था । इस रिपोर्ट ने बताया कि मुस्लिम समुदाय पिछड़ेपन और गरीबी का सामना कर रहा है। इस रेपोर्ट में मुस्लिम समुदाय की पिछली कई सालों के गुरबाति, पिछड़ापन को खोल कर बता दिया था। इस रिपोर्ट के आधार पर उनकी सरकार ने कई योजनाओं की शुरुआत की, जिनका उद्देश्य मुस्लिम समुदाय को मुख्यधारा में लाना और उनकी शिक्षा और रोजगार की स्थिति में सुधार करना था।
प्रधानमंत्री 15 सूत्रीय कार्यक्रम
मनमोहन सिंह जी ने अल्पसंख्यक समुदायों के उत्थान के लिए “प्रधानमंत्री 15 सूत्रीय कार्यक्रम” को लागू किया। इस योजना के तहत शिक्षा, रोजगार, स्वास्थ्य, और आवास के क्षेत्रों में मुस्लिम समुदाय को प्राथमिकता देने का प्रावधान किया गया। उन्होंने यह सुनिश्चित किया कि योजनाओं का लाभ सही तरीके से उन तक पहुंचे, जो सबसे ज्यादा जरूरतमंद हैं।
शिक्षा के क्षेत्र में सुधार और माइनॉरिटी स्कालरशिप की शुरुआत अल्पसंख्यक समाज के बच्चों के लिए मिल का पत्थर साबित हुआ।
मुस्लिम समुदाय की शिक्षा में सुधार के लिए मनमोहन सिंह जी ने कई योजनाएं शुरू कीं, जिनमें मदरसों का आधुनिकीकरण और अल्पसंख्यक शिक्षण संस्थानों को विशेष प्रोत्साहन देना शामिल था। उन्होंने यह सुनिश्चित किया कि मुस्लिम बच्चों को आधुनिक शिक्षा के साथ-साथ धार्मिक शिक्षा का भी अवसर मिले।
मनमोहन सिंह जी ने हमेशा यह कहा कि भारत का विकास तभी संभव है, जब समाज के हर वर्ग को बराबर का मौका मिले। उन्होंने अपनी नीतियों और कार्यों से यह सिद्ध किया कि मुस्लिम समुदाय के विकास के बिना भारत का सम्पूर्ण विकास अधूरा है। उनकी सरकार ने यह सुनिश्चित किया कि सरकारी नौकरियों, स्कॉलरशिप, और अन्य योजनाओं में मुस्लिम युवाओं को उचित प्रतिनिधित्व मिले।
डॉ. मनमोहन सिंह की विशेषता उनकी शांत और विचारशील नेतृत्व शैली थी। उन्होंने राजनीति को धर्म और समुदाय से ऊपर रखा और सभी के लिए समान अवसरों की पैरवी की। मुस्लिम समुदाय के लिए उनके कार्य और नीतियां एक सेक्युलर प्रधानमंत्री के रूप उजागर करता है। इस बात से भी इंकार नहीं किया जासकता है की उनके कार्यकाल में ही सब से ज़्यादा मुस्लिम नौजवानों को ग़लत ढंग से आतंकवाद में मुद्दे पर फंसाया गया, उनपर झूठे मुक़दमे किए गए। यह अलग बात कई ज़्यादातर लोग सालों बाद कोर्ट से बाइज़्ज़त बारी हुए।
डॉ. मनमोहन सिंह का निधन न केवल भारतीय राजनीति के लिए एक बड़ी क्षति है, बल्कि मुस्लिम समुदाय के लिए भी एक बड़ा नुकसान है। उनका योगदान हमेशा याद किया जाएगा। उन्होंने दिखाया कि एक नेता का असली मकसद हर वर्ग की भलाई सुनिश्चित करना होता है। उनके कार्य और विचार आने वाली पीढ़ियों के लिए प्रेरणा बने रहेंगे।