मौलाना आज़ाद कॉलेज रांची में पहली बार रक्तदान शिविर में 22 यूनिट रक्तदान एकत्रित हुआ. लहू बोलेगा


मौलाना आज़ाद कॉलेज रांची में पहली बार रक्तदान शिविर में 22 यूनिट रक्तदान एकत्रित हुआ…. लहू बोलेगा
भारत के प्रथम केंद्रीय शिक्षा मंत्री भारत रत्न मौलाना अबुल कलाम आज़ाद द्वारा स्थापित मौलाना आज़ाद कॉलेज में आज पहली बार रक्तदान-महादान शिविर आदरणीय “दिशोम गुरु” शिबू सोरेन एवं हाज़ी हुसैन अंसारी की याद में लगा।
जिसमें अधिकत्तर छात्र/छात्राएं एवं प्राचार्य/स्टाफ़ के द्वारा 22 यूनिट रक्तदान एकत्रित हुआ जो सामुदायिक ब्लड बैंक “नागरमल मोदी सेवा सदन अस्पताल ब्लड बैंक” को समर्पित किया गया।
कॉलेज प्रबंधन द्वारा प्रत्येक रक्तदाता को मैडल एवं सर्टिफिकेट एवं छात्र यूनियन द्वारा रसगुल्ला एवं जूस दिया गया।
जिसका उद्घाटन रांची सिविल सर्ज़न श्रीमान डॉ प्रभात कुमार जी के द्वारा हुआ।
शिविर में अंजुमन इस्लामिया रांची सह मौलाना आज़ाद कॉलेज के अध्यक्ष हाज़ी मोख्तार अहमद,कॉलेज के सचिव इम्तियाज अली,प्राचार्य प्रोफेसर परवेज़ अख़्तर,इंटर इंचार्ज मौलाना डॉ ओबैदुल्लाह क़ासमी,छात्र यूनियन के इक़बाल खान,सचिव सबरे आलम सहित लहू बोलेगा के नदीम खान उपस्थित थे।
रक्तदान करने वालों में प्राचार्य प्रोफेसर परवेज़ अख़्तर,इक़बाल खान,कॉलेज स्टाफ़ रमज़ान, अदीब,सगीर,ख़ालिद,छात्र अदनान,शंकर, सचिन,छात्रा सलोनी रागनी,नीतू कुमारी समेत अन्य ने किया।
मुख्य अतिथि डॉ प्रभात कुमार महोदय को कॉलेज प्रबंधन द्वारा मोमेंटो,बुके और अंगवस्त्र देकर स्वागत किया गया, वही लहू बोलेगा ने मुख्य अतिथि समेत कॉलेज के अध्यक्ष, सचिव,प्राचार्य,छात्र यूनियन अध्यक्ष को झारखंडी अंगवस्त्र देकर आभार व्यक्त किया।
मुख्य अतिथि डॉ प्रभात कुमार ने कहा कि मुझे ख़ुशी है कि मौलाना आज़ाद कॉलेज में पहली बार रक्तदान शिविर लगा जिसमें ख़ुद प्राचार्य महोदय ने रक्तदान कर छात्र और सभ्य समाज को जागरूक करने का कार्य किया।
रक्तदान करने से कई तरह की बीमारियों से जागरूक भी लोग हो जाते है साथ ही रक्तदान करने से पूर्णरूप से स्वस्थ रहते है।
अध्यक्ष हाज़ी मोख्तार अहमद साहब ने कहा कि यहां पहली बार रक्तदान लगाना बहुत खुशी है पर पूर्व में लगाना चाहिए भी था।कॉलेज में रक्तदान शिविर आगे भी लगते रहें यही उम्मीद करता हूँ।
लहू बोलेगा के नदीम खान ने कहा कि अब मौलाना आज़ाद कॉलेज से रक्तदान शिविर के द्वारा लोगों की जान भी बचाई जाएगी तो शैक्षणिक संस्थानों का बेहद मानवीय/सामाजिक सरोकारों का बेहद उत्कृष्ट उदाहरण है।
कार्यक्रम में प्रोफेसर इलियास मजीद, लाइब्रेरियन गुलफरहा,प्रोफेसर महमूद,परवेज़ अहमद,आरिफ़, रियाज़ समेत अन्य शामिल थे।
