एम० ए० सी० पी० संघर्ष मोर्चा की आपात बैठक संपन्न
बैठक में सदन में आये जवाब को बताया गया भ्रामक, इसपर तय की गई आगे की रणनीति
राँची, 29 फरवरी, 2024, एम० ए० सी० पी० संघर्ष मोर्चा के कोर सदस्यों की एक आपात बैठक अरगोड़ा चौक स्थित कैम्प कार्यालय में मोर्चा के संयोजक अमरनाथ झा के अध्यक्षता में संपन्न हुई। बैठक का मुख्य मुद्दा माननीय विधायक श्री बिरंची नारायण एवं श्री मनीष जयसवाल द्वारा एम० ए० सी० पी० के सम्बन्ध में उठाये गये प्रश्न के जवाब पर विचार हेतु रखा गया था। मोर्चा के संयोजक अमरनाथ झा एवं कोर कमिटि के अमीन अहमद, नरेंद्र कुमार यादव, रामसेवक तिवारी ने अपने अपने विचार रखे। दोनों ही विधायकों के सवाल पर विभागीय जबाब का सार यही है कि शिक्षकों को एम० ए० सी० पी० देने सम्बन्धी सम्प्रति विभाग में कोई प्रस्ताव नहीं है, जो बिल्कुल गलत एवं भ्रामक है। विभाग के इस जबाब से पूरे राज्य के शिक्षकों में आक्रोश है जिसके लिये सभी शिक्षक संगठन गोलबंद होकर आगे की कार्यनीति एवं रणनिति तैयार करने की दिशा में एकजुट हैं। बैठक में निर्णय लिया गया कि सत्र समाप्ति के बाद माननीय विधानसभा अध्यक्ष से मिलकर अपनी बात रखी जायेगी क्योंकि जब ध्यानाकर्षण समिति में विभाग द्वारा कहा गया है कि पूर्ववर्ती राज्य से आदेश की प्रति मांगे हैं और आने के बाद समीक्षा कर विचार करेंगे तो फिर यह कैसे कहा गया है कि कोई प्रस्ताव नहीं है जबकि बिहार से सम्बंधित पत्र भी आ चुका है। माननीय अध्यक्ष महोदय इस विषय को प्रारंभ से संज्ञान में रखे हैं एवं उनके द्वारा आश्वाशन भी दिया गया है कि जब शिक्षक भी राज्यकर्मी हैं तो इन्हें भी राज्य के अन्य कर्मियों के समान एम० ए० सी० पी० लाभ मिलना चाहिये।
विगत13 फरवरी को मोर्चा के बैनर तले राज्य के सभी शिक्षक संगठनों के साथ स्कूली शिक्षा एवं साक्षरता विभाग के प्रभारी सचिव ने वार्ता के क्रम में कहा कि जब पड़ोसी राज्य बिहार ने अपने शिक्षकों को यह लाभ दिया है तो मैं भी अपने राज्य के शिक्षकों के लिए सरकार को प्रस्ताव भेजूंगा।
इन सभी बातों के मद्देनजर मोर्चा के अगली बैठक में चरण बद्ध संघर्ष की रूप रेखा तैयार की जायेगी। आगे की तैयारी एवं व्यापक समन्वय स्थापित करने के लिये मोर्चा के सभी संयोजको सहित संयुक्त शिक्षक मोर्चा के प्रदेश संयोजक अमीन अहमद, विजय बहादुर सिंह, अरुण कुमार दास, मंगलेश्वर उरांव, आशुतोष कुमार, रामकुमार झा को जिम्मेवारी दी गई है।